चाईबासा के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी से
चाईबासा : चाईबासा में शिक्षा का स्तर काफी हद तक गिरता जा रहा है. बोर्ड परीक्षा का परिणाम आया, तो इसकी कलई खुल कर रह गयी. एक तरफ पूरे राज्य में रिजल्ट को लेकर संतोष जताया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर चाईबासा के लिए वर्ष 2013 का रिजल्ट काफी निराशाजनक है.
इस साल जिला एक अंक और फिसल गया है. पिछले साल पूरे राज्य में 18 वें स्थान पर था इस साल 19 वें पायदान पर है.
हाई स्कूलों के हाल
यहां 125 विद्यालयों में हाई स्कूल तक की पढ़ाई होती है. कागज पर यहां कुल 125 प्रधानाध्यापकों के पद के साथ 1396 शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन हकीकत यह है कि मात्र पांच विद्यालयों में ही प्रधानाध्यापक मौजूद हैं. 1396 शिक्षकों में से 255 शिक्षकों के भरोसे से ही पठन-पाठन का कार्य हो रहा है.
शिक्षकों का टोटा
शिक्षा के नाम पर खानापूर्ति का उदाहरण बन सकता है चाईबासा. यहां विषयवार शिक्षकों का घोर अभाव है. कहीं-कहीं तो कई विषयों के शिक्षक भी नहीं हैं. ऐसे में रिजल्ट प्रभावित होता है, तो कोई ज्यादा आश्चर्य वाली बात नहीं है.
50 फीसदी छात्र आते हैं
इसे शिक्षकों की कमी कहें या छात्रों में शिक्षा के प्रति रूझान का कम होना. यहां के तमाम विद्यालयों में महज 50 से 60 फीसदी छात्र ही पढ़ाई के लिए पहुंच रहे हैं.
– मनोज कुमार –