एसीसी का विरोध : झींकपानी में जॉन मिरन की तलाश, चाईबासा में मजदूरों में भरा जोश
चाईबासा : एसीसी प्रबंधक मजदूर के हित में कार्य नहीं कर रहा है. प्रबंधन मजदूरों का शोषण कर रहा है. प्रशिक्षण के नाम पर भोले भाले लोगों से दस हजार रुपया वसूले है और इनसे नाली तथा झाड़ियां साफ करवायी जा रही है. सोमवार को झारखंड जेनरल कामगार यूनियन के अध्यक्ष सह मजदूर नेता जॉन […]
चाईबासा : एसीसी प्रबंधक मजदूर के हित में कार्य नहीं कर रहा है. प्रबंधन मजदूरों का शोषण कर रहा है. प्रशिक्षण के नाम पर भोले भाले लोगों से दस हजार रुपया वसूले है और इनसे नाली तथा झाड़ियां साफ करवायी जा रही है. सोमवार को झारखंड जेनरल कामगार यूनियन के अध्यक्ष सह मजदूर नेता जॉन मिरन मुंडा ने उपायुक्त कार्यालय परिसर में आयोजित घरना-प्रदर्शन में यह
बात कही.
सैकड़ों की संख्या में उपस्थित मजदूरों ने नंग-धडंग प्रदर्शन कर प्रशासन के सामने एसीसी के खिलाफ विरोध दर्ज कराया. श्री मुंडा ने कहा कि एसीसी प्रबंधन जमीन मालिकों का शोषण करने के साथ उन पर जुल्म कर रहा है. पूर्व में मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा गया था लेकिन उस पर कोई विचार नहीं किया गया है.
यूनियन नेताओं ने उपायुक्त को मांग पत्र सौंपकर मजदूरों की समस्याओं का समाधान करने की अपील की है. श्री मुंडा ने कहा कि तीन वर्ष पूर्व कंपनी अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. इसमें उप श्रमायुक्त जमशेदपुर एवं सहायक श्रमायुक्त भी उपस्थित थे. इस वार्ता में मजदूरों की बोनस पर चर्चा हुई थी लेकिन आज तक मजदूरों को बोनस नहीं दिया गया है. अब मांगों को दबाने के लिए नेताओं को जेल भेजना आदि हथकड़ा अपनाने की प्रयास प्रबंधन कर रहा है. श्री मुंडा ने कहा कि तमाम प्रयासों के बाद मजदूरों को अपना हक नहीं मिलने के कारण आज अनिश्चतकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. मौके पर मुख्य रूप से गीता बारी, दशमी बारी, जेमा बारी, तुलसी बारी, बालेन बोयपाई, सुमित्र बारी, तुलसी बारी, अनिता बारी, जी कुमारी बारी, सुखमती खंडाईत, गुरवारी, सुनिता बारी, रायमुनी, लक्ष्मी, कुनी, मांटुई, संकरी बोयपाई, होनमाई बोयपाई जानकी गोप, हीरा मुनी देवगम आदि उपस्थित थे.
चाईबासा : जेम्स कुमार मुंडा को टोंटो पुलिस ने बेवजह गिरफ्तार किया है. इसे लेकर जेम्स की पत्नी जयंती मुंडा की ओर से उपायुक्त को पत्र लिखा गया है. जिसमें कहा गया है कि 14 जून को श्री मुंडा अपने घर पर सोये थे उस बीच टोंटो थाना प्रभारी एवं झींकपानी थाना प्रभारी पहुंचकर बोले की एसपी का बुलावा आया है. थोड़ी देर बाद पता चला की वह चाईबासा जेल में है. पत्नी ने कहा कि श्री मुंडा आंदोलन में शामिल नहीं है वह नौकरी के लिये प्रतियोगिता परीक्षा की तैयार करता है. पत्नी ने डीसी से गुहार लगाया कि 26 जून को एसएससी परीक्षा है उसे रिहा कर परीक्षा में शामिल होने का मौका दे.