जोड़ा खनिज विभाग के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर गिरफ्तार

बड़बिल : कटक विजिलेंस सेल ने दो हजार करोड़ रुपये के उलिबुरू खदान घोटाले के फरार आरोपी खनिज विभाग के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर (डीडीएम) मानस रंजन महंती को भुवनेश्वर की यूनिट छह से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद उन्हें क्योंझर विजिलेंस की विशेष अदालत में पेश किया गया. उल्लेखनीय है कि तीन अगस्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 9:09 AM
बड़बिल : कटक विजिलेंस सेल ने दो हजार करोड़ रुपये के उलिबुरू खदान घोटाले के फरार आरोपी खनिज विभाग के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर (डीडीएम) मानस रंजन महंती को भुवनेश्वर की यूनिट छह से गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तारी के बाद उन्हें क्योंझर विजिलेंस की विशेष अदालत में पेश किया गया. उल्लेखनीय है कि तीन अगस्त 2014 को क्योंझर की विशेष अदालत ने ओड़िशा माइनिंग विभाग के पांच अधिकारियों को दोषी करार देते हुए 11 सितंबर को अदालत में उपस्थित रह कर जवाब देने को कहा था. ऐसा नहीं करने पर अधिकारियों की संपत्ति जब्त करने का भी निर्देश दिया गया था. जोड़ा डीडीएम मानस रंजन महंती, खनन अधिकारी रमेश चंद्र मल्लिक, शिशिर चंदमहंती, राउत राय मुर्मू तथा पूर्ण चंद्र पात्रो के नाम कोर्ट ने नोटिस जारी किया था. करोड़ों के इस घोटाले में विजिलेंस विभाग ने मुख्य आरोपी दीपक गुप्ता समेत कुल 29 लोगों के खिलाफ क्योंझर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है.
मामले में अब तक दो आइएफएस समेत 16 निलंबित
दो हजार करोड़ के इस घोटाले को संज्ञान में लेते हुए राज्य सरकार ने भारतीय वन विभाग सेवा (आइएफएस) के दो अधिकारियों समेत कुल 16 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
उलिबुरू लौह-अयस्क के मालिक बीके महंती से सब लीज पर माइंस लेकर दो हजार करोड़ का घोटाला करने वाले दीपक गुप्ता को वन एवं खनन कानून का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है. इस अवैध खनन के खिलाफ विपक्ष के हंगामे और मीडिया रिपोर्ट के बाद 2009 में राज्य सरकार द्वारा इस पूरे मामले की जांच करवाये जाने के बाद से ही यहां खदान बंद है.
राज्य सरकार की जांच में पता चला कि 2003 में लीज अवधि समाप्त होने के बावजूद श्री गुप्ता ने दायरा बढ़ाते हुए संरक्षित वन क्षेत्र में खनन कर करोड़ों रुपये के इस घोटाले को अंजाम दिया था. इस मामले में प्रवर्तन निदेशक (इडी) ने भी जांच कर प्रिवेंशन ऑफमनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) का उल्लंघन कर करोड़ों रु पयों का घोटाला किये जाने का मामला दर्ज किया था.

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