बिना रजिस्ट्रेशन के तमिलनाडु काम करने जा रहे थे 50 मजदूर

पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा जिले के विभिन्न गांव के मजदूरों को अन्य राज्य के कंपनियों में रोजगार दिलाने के नाम पर चक्रधरपुर के दलकी पनासी के दलाल मांगता बोदरा ले जाया जा रहे थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2020 9:19 AM

पश्चिमी सिंहभूम/ चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा जिले के विभिन्न गांव के मजदूरों को अन्य राज्य के कंपनियों में रोजगार दिलाने के नाम पर चक्रधरपुर के दलकी पनासी के दलाल मांगता बोदरा ले जाया जा रहे थे. मजदूरों का श्रम विभाग से रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया गया था. शनिवार को तमिलनाडु की बस (टीएन 48एएक्स 2225) में 50 महिला-पुरुष मजदूरों को ले जाया जा रहा था.

जिसकी सूचना मिलने पर पूर्व विधायक शशिभूषण सामड और कोल्हान रिलीफ टीम के सदस्य चक्रधरपुर प्रखंड के जामिद गांव पहुंचकर बस को रोक दिये. जिसके बाद इसकी सूचना चक्रधरपुर के सीओ और सोनुआ के बीडीओ को दूरभाष पर दी गयी. सभी मजदूर दलाल के बहकावे में बाहर जा रहे थे. पूर्व विधायक ने कहा कि मजदूरों के बाहर जाने से आपत्ति नहीं हैं, लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन होना चाहिए.

ताकि सरकार के समक्ष प्रवासी मजदूरों का सूची रहे. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को लाने में काफी समस्या हुई थी. अब जब मजदूर पुन: रोजगार के लिए गांव से पलायन कर रहे हैं, तब उन्हें रजिस्ट्रेशन करा कर जाना चाहिए. कहा कि दलालों पर कार्रवाई होना चाहिए. वहीं मजदूरों के रजिस्ट्रेशन के लिए मुखिया और पंचायत सेवक विशेष ध्यान दें. मौके पर बागुन हेंब्रम, मार्स मानुएल बोदरा, कंजन सामाड, गणेश तांती, लक्ष्मण गोप आदि मौजूद थे.

posted by : sameer oraon

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