सिस्टम फेल, सुनते नहीं अफसर
सतर्कता, क्रियान्वयन व प्रबंधन पर्षद की बैठक में बोले जनप्रतिनिधि चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम की तमाम सड़कें जजर्र हैं. सुदूर गांव तो क्या शहर में बिजली की आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो रही है. पंचायत भवन, उप स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण अधूरे हैं. सदर अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. प्रखंड के स्वास्थ्य […]
सतर्कता, क्रियान्वयन व प्रबंधन पर्षद की बैठक में बोले जनप्रतिनिधि
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम की तमाम सड़कें जजर्र हैं. सुदूर गांव तो क्या शहर में बिजली की आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो रही है. पंचायत भवन, उप स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण अधूरे हैं. सदर अस्पताल में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर नहीं आते. कहीं का स्वास्थ्य केंद्र कहीं बन गया है. अधूरी योजनाओं को कागज पर पूरा दिखा दिया जाता है. अफसर जनप्रतिनिधियों की फोन रिसीव नहीं करते. ये तमाम मुद्दे मंगलवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित सतर्कता, क्रियान्वयन तथा प्रबंध पर्षद की बैठक में विधायकों ने उठाये.
इन समस्याओं पर शीघ्र निदान को लेकर विधायकों ने अफसरों की क्लास ली. इससे बैठक काफी हंगामेदार हो गयी. मौके पर अफसरों ने भी विधायकों के सवालों पर अपने-अपने तर्क दिये. मौके पर समिति के अध्यक्ष सह सांसद लक्ष्मण गिलुवा, विधायक दीपक बिरुवा, जोबा मांझी, गीता कोड़ा, शशिभूषण सामड, जिला परिषद अध्यक्ष अनीता सुंब्रुई, उपायुक्त अबुबक्कर सिद्दीख पी, डीडीसी अनिल कुमार राय, विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड प्रमुख आदि उपस्थित थे. बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण मनोहरपुर के पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक को शो-कॉज किया गया.
प्रभात खबर की रिपोर्ट पर चर्चा, तीन माह पर होगी बैठक
चाईबासा. विकास की योजना बनाते समय गायब रहते हैं माननीय शीर्षक से प्रभात खबर के 7 जुलाई को छपी खबर पर भी बैठक में चर्चा हुई. तय हुआ कि हर तीन माह पर इस समिति की बैठक आयोजित की जायेगी. समिति के अध्यक्ष सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने विकास से जुड़े सभी बैठकों में जनप्रतिनिधियों को भाग लेने की अपील की.