चाईबासा : डायन बताकर तीन महिलाओं की हत्या करने का प्रयास करनेवाले नौ ग्रामीणों के सामाजिक बहिष्कार का फरमान रविवार को ग्रामसभा ने सुनाया. खुंटपानी के पेटामेटी गांव में बुलायी गयी ग्रामसभा में 89 सदस्यों ने सर्वसम्मति से सभी नौ आरोपियों का हुक्का पानी बंद करते हुए गांव की सभी सुविधाओं से वंचित करने का फैसला सुनाया.
इन आरोपियों में महिलाएं भी शामिल हैं. ग्राम सभा ने यह कदम पेटापेटी गांव की तीन महिलाओं कोकेए कायम, गुमदी बोयापायी और साधो दिगी की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाया. सभी नौ लोगों के खिलाफ ग्रामसभा ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज करायी है.
बैठक में डाकुवा महेंद्र दिगी, सिदिऊ कायम, साधो कायम, कोकेए कायम, गुमदी बोयापाई, साधो दिगी, मंगन सिंह दिगी, रधुनाथ दिगी, जगदीश दिगी, मंगल सिंह बोयपाई सहित ग्रामसभा के 89 सदस्य उपस्थित थे.
क्या है मामला
कोकेए कायम, गुमदी बोयापायी और साधो दिगो को गांव के ही नौ लोगों ने डायन ठहराया था. कृष्णा कायम, जगदीश कायम (ओझा), कोकेर कायम, मजेंद्र कायम, जेठा कायम, रामाये बोयपाई, महेंद्र कायम, आशा कायम और दोषी कायम ने 29 सिंतबर को तीनों महिलाओं की हत्या करने के लिए गांव भर में उनकी खोज की थी.
तीनों महिलाओं के नहीं मिलने पर आरोपियों ने गांव के पूजा स्थल में तोड़ फोड़ की थी. घटना को लेकर गांव के डाकुआ महेंद्र दिगी की अध्यक्षता में 30 सिंतबर को गांव में ग्रामसभा बुलायी गयी थी. इसमें बातचीत कर दोनों पक्षों में सुलह का प्रयास किया गया था, लेकिन समझौता नहीं हो पाया.
छह अक्तूबर को फिर से ग्रामसभा बुलायी गयी, जिसमें तीनों महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर आरोपियों का हुक्का पानी बंद करने का निर्णय लिया गया. ग्राम सभा के निर्णय के बाद अब परंपरा के अनुसार ये लोग गांव की पूजा पाठ में भी शामिल नहीं हो सकेंगे.
मामले की जांच कर रही है पुलिस
डायन बताकर महिलाओं को प्रताड़ित करने के मामले में ग्रामसभा द्वारा बहिष्कृत किये गये नौ लोगों के खिलाफ अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
श्याम बिहारी मांझी
थाना प्रभारी, मुफ्फसिल, चाईबासा