सेल खदान में काम रोका

किरीबुरू : आवासीय इलाकों में जलापूर्ति ठप, हाहाकार उपलब्ध पानी का प्लांट में उपयोग करने से आक्रोश आवासीय इलाकों में जलसंकट का कारण जजर्र सिस्टम किरीबुरू : डालमिया स्थित फिल्टर प्लांट में आयी खराबी व पाइट फटने के कारण पिछले 60 घंटों से सेल के आवासीय इलाकों में जलापूर्ति ठप है. आलम यह है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2015 1:04 AM
किरीबुरू : आवासीय इलाकों में जलापूर्ति ठप, हाहाकार
उपलब्ध पानी का प्लांट में उपयोग करने से आक्रोश
आवासीय इलाकों में जलसंकट का कारण जजर्र सिस्टम
किरीबुरू : डालमिया स्थित फिल्टर प्लांट में आयी खराबी व पाइट फटने के कारण पिछले 60 घंटों से सेल के आवासीय इलाकों में जलापूर्ति ठप है. आलम यह है कि कर्मचारियों के घरों में शौच तक के लिए पानी उपलब्ध नहीं है. शहर में पानी का दूसरा विकल्प नहीं होने के कारण स्थिति विकट हो गयी है. मजदूर लोग झरनों का पानी वाहन से लादकर ला रहे और उसका उपयोग कर रहे है. कई लोग संसाधन नहीं होने के कारण जलापूर्ति की आस में है.
अधिकांश घरों में भोजन तक बनाने के लिए पानी नहीं बचा है. लोगों के अनुसार 12 जुलाई के बाद मात्र 14 जुलाई को ही शहर में पानी की आपूर्ति की गयी है. 13, 15, 16 जुलाई को पानी की सप्लाइ नहीं होने से स्थिति गंभीर हो गयी है. कर्मचारियों का आक्रोश इस बात को लेकर अधिक है कि 15 जुलाई को प्लांट चलाने के लिए डालमिया पंप हाउस से पानी की सप्लाइ की गयी. लेकिन आवासीय इलाकों से इसे वंचित रखा गया. दोपहर 3.45 बजे के बाद आवासीय इलाकों में जलापूर्ति शुरू की गयी. इसके बाद कर्मचारी काम पर लौटे.
जलापूर्ति शुरू होने के बाद काम पर लौटे कर्मचारी
किरीबुरू. पानी को लेकर सेल कर्मियों ने द्वितीय पाली का काम ठप कर प्लांट को बंद कर दिया है.जिससे उत्पादन पूरी तरह से ठप हो गया है. मजदूरों का कहना है कि प्रबंधन को मजदूरों की नहीं उत्पादन की चिंता है. अगर ऐसा नहीं रहता तो 15 जुलाई को प्रबंधन पानी को प्लांट में डायवर्ट न कर आवासीय क्षेत्रों में सप्लाइ की जाती. मजदूरों ने पानी के अलावा जजर्र सड़क, अस्पताल, शिक्षा आदि का भी मामला उठाया है.
इस बाबत खदान के उप महाप्रबंधक डॉ एम विश्वास से संपर्क किया गया. उन्होंने अपने आपको शहर से बाहर होने की बात कही एवं कहा कि सुनने में आया है कि पानी को लेकर कर्मचारियों ने प्लांट बंद कर दिया है. मशीनों में खराबी आती है, जिसे ठीक कराया जा रहा है. कर्मचारियों को प्लांट बंद नहीं करना चाहिए. बातचीत चल रही है, जल्द समस्या का समाधान निकल जायेगा.
सिस्टम मरणासन्न, हमेशा बना रहता है संकट
लोगों का कहना है कि सेल के डालमिया पंप हाउस की स्थिति अत्यंत दयनीय है. यहां फिल्टर प्लांट का 70 फीसदी उपकरण जजर्र व खराब हो चुका है. पानी सही तरीके से फिल्टर भी नहीं हो पाता. मोटर व पंप की स्थिति भी काफी दयनीय है. अक्सर ये मोटर-पंप खराब होते है जो पेयजल संकट का कारण बनते है.

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