दीक्षांत समारोह में अब ‘खादी’
जमशेदपुर/चाईबासा : कन्वोकेशन. एक ऐसा शब्द जिसके जेहन में आने के बाद आपके सामने गाउन पहने स्टूडेंट की भीड़ और अलग रंग के गाउन में मुख्य अतिथि की तसवीर उभर कर सामने आती होगी, लेकिन अब यह तसवीर बदलने वाली है. गाउन की जगह अब खादी कपड़े पहने स्टूडेंट सर्टिफिकेट लेते नजर आयेंगे. कोल्हान विश्वविद्यालय […]
जमशेदपुर/चाईबासा : कन्वोकेशन. एक ऐसा शब्द जिसके जेहन में आने के बाद आपके सामने गाउन पहने स्टूडेंट की भीड़ और अलग रंग के गाउन में मुख्य अतिथि की तसवीर उभर कर सामने आती होगी, लेकिन अब यह तसवीर बदलने वाली है. गाउन की जगह अब खादी कपड़े पहने स्टूडेंट सर्टिफिकेट लेते नजर आयेंगे.
कोल्हान विश्वविद्यालय के कन्वोकेशन (दीक्षांत) समारोह में कुछ यही नजारा देखने को मिलेगा. दरअसल, देश में विदेशी को बाय-बाय और देसी को बढ़ावा देने की तैयारी की गयी है. शुरुआत कॉलेजों से हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैंडलुम को बढ़ावा देने को लेकर एक योजना बनायी है. इसके तहत बताया गया है कि कॉलेजों में होने वाले बड़े कार्यक्रम या फिर कन्वोकेशन में हैंडलुम के कपड़े का ही प्रयोग किया जाये.
इससे देसी को बढ़ावा मिलेगा व इस पर निर्भर लाखों कामगारों को काम मिल सकेगा. इसे लेकर 15 जुलाई को ही यूजीसी ने एक नोटिस जारी कर दिया है. देश के सभी विश्वविद्यालय को जारी किये गये नोटिस में यह बातें लिखी गयी है. इसे देखते हुए कोल्हान विश्वविद्यालय में भी इसका पालन किया जायेगा. अक्तूबर में दीक्षांत समारोह होने की उम्मीद है.