सारंडा के युवा करेंगे कॉल सेंटर में काम

केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास विभाग की विशेष पहल मनोहरपुर : मनोहरपुर के छह पंचायत के 56 गांवों में भारत सरकार की विशेष मदद से उसे मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है. क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी को दूर करने के लिए एक और प्रयास किया जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2013 2:42 AM

केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास विभाग की विशेष पहल

मनोहरपुर : मनोहरपुर के छह पंचायत के 56 गांवों में भारत सरकार की विशेष मदद से उसे मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है. क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी को दूर करने के लिए एक और प्रयास किया जा रहा है.

केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास विभाग की विशेष मदद से अब सारंडा समेत मनोहरपुर पंचायत के कम पढ़ेलिखे बेरोजगार युवकयुवतियों के लिए सुनहरा मौका ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आइएल एंड एफएस स्किल स्कूल के सहयोग से दिया जा रहा है.आठवीं कक्षा पास युवकयुवतियों के लिए आगामी 21 अक्टूबर को मनोहरपुर प्रखंड मुख्यालय में साक्षात्कार का आयोजन किया गया है.

जिसमें चयनित युवकयुवतियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण की व्यवस्था उपलब्ध कराकर एक से दो माह के प्रशिक्षण के बाद सीधे प्लेसमेंट दिया जायेगा. चयनित युवकयुवतियों को स्वींग मशीन ऑपरेटर, होटल मैनेजमेंट कॉल सेंटर का प्रशिक्षण दिलाया जायेगा. जिसके बाद संभवत: बेंगलुरु में नौकरी देने का प्रावधान रखा गया है. इससे पूर्व स्वींग मशीन ऑपरेटर का प्रशिक्षण जिले के मंझारी में दिया जायेगा.

जबकि होटल मैनेजमेंट का प्रशिक्षण रांची कॉल सेंटर का प्रशिक्षण ओरमांझी में आयोजित किया जायेगा. 21 अक्टूबर को आईएल एंड एफएस के समन्वयक मो नदीम जिला समन्वयक श्री मरांडी आवेदक युवकयुवतियों का साक्षात्कार लेंगे. इसके लिये आवेदक को बीपीएल प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र के अलावा छह पासपोर्ट फोटो के साथ फॉर्म भरकर साक्षात्कार में हिस्सा लेना होगा.

बेरोजगारों के लिए मौका

21 अक्टूबर को आयोजित होने वाले साक्षात्कार के बाद दिये जाने वाले नि:शुल्क प्रशिक्षण प्लेसमेंट युवकयुवतियों के बेहतर मौका उपलब्ध करायेगा. इसकी जानकारी देते हुए प्रभारी कल्याण पदाधिकारी राजेंद्र बाड़ा ने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से उक्त कार्यक्रम को संचालित किया जा रहा है. निश्चित ही इसका लाभ इस क्षेत्र के गरीब, कम पढ़े लिखे आदिवासी युवकयुवतियों को मिलेगा.

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