अंधविश्वास फैलाने के आरोप में दो गिरफ्तार

सरायकेला : चमत्कार के नाम पर अंधविश्वास फैलाना दो करतबबाजों को महंगा पड़ा. सरायकेला के दुर्गा मंदिर प्रांगण में पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर के दो करतबबाज राजू मंडल और सपन चालक विगत एक हफ्ते से शाम छह से आठ बजे तक साइकिल पर खेल दिखा रहे थे. लेकिन खेल के अंतिम दिन एक नवंबर रविवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 3, 2015 3:46 AM

सरायकेला : चमत्कार के नाम पर अंधविश्वास फैलाना दो करतबबाजों को महंगा पड़ा. सरायकेला के दुर्गा मंदिर प्रांगण में पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर के दो करतबबाज राजू मंडल और सपन चालक विगत एक हफ्ते से शाम छह से आठ बजे तक साइकिल पर खेल दिखा रहे थे. लेकिन खेल के अंतिम दिन एक नवंबर रविवार को इन्होंने चमत्कार दिखाने का दावा किया.

राजू मंडल ने दावा किया कि वह एक सिद्ध पुरुष है. वह बिना हवा-पानी के लगातार 12 घंटे तक जमीन में दफन रह सकता है. इस दावे के बाद एक नवंबर की सुबह एक करीब चार फीट गहरे और पांच फीट लंबे गड्ढे में वह दफन हो गया. शाम छह बजे उस गड्ढे पर से मिट्टी हटाई गयी और वह जिंदा निकला.

जिसके बाद उन दोनों ने रविवार की शाम साइकिल पर फिर करतब दिखलाया और खूब पैसे बटोरे. पुलिस को जब इस मामले की जानकारी हुई तो उसने कार्रवाई करते हुए रविवार की रात करतब स्थ्ल पर छापामारी करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया. एसडीपीओ केवी रमण ने बताया िक जिस गड्ढे में राजू दफन हुआ था, उसकी जांच की गयी तो पाया गया िक उसमें हवा पहुंचने के लिए गुप्त रास्ता बना हुआ था. जिसके जरिये आसानी से वह 12 घंटे उसे गड्ढे में दफन रहा.

अंधविश्वास फैलाना एक संज्ञेय अपराध है, जिसके तहत इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. बाद में दोनों को जमानत पर छोड़ दिया गया. गौरतलब है कि शनिवार की रात कुचाई में जादू-टोना की आशंका में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या होने के बाद एसपी ने अंधविश्वास फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश दिये हैं.

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