पश्चिमी सिंहभूम में सबसे अधिक 13 हत्याएं

चाईबासा : दहेज के नाम पर अक्तूबर माह में पूरे कोल्हान में एक भी हत्या नहीं हुई है. यह कोल्हान के लिए अच्छी खबर है. लेकिन, महिला शोषण का सिलसिला नहीं रूका है. दहेज के लिए बेटियां प्रताड़ित हुई हैं. पूरे कोल्हान में अक्तूबर माह में दहेज अधिनियम के तहत 15 मामले दर्ज किये गये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2015 8:14 AM
चाईबासा : दहेज के नाम पर अक्तूबर माह में पूरे कोल्हान में एक भी हत्या नहीं हुई है. यह कोल्हान के लिए अच्छी खबर है. लेकिन, महिला शोषण का सिलसिला नहीं रूका है. दहेज के लिए बेटियां प्रताड़ित हुई हैं. पूरे कोल्हान में अक्तूबर माह में दहेज अधिनियम के तहत 15 मामले दर्ज किये गये हैं.
पूरे कोल्हान में अक्तूबर माह में पूर्वी सिंहभूम व पश्चिमी सिंहभूम में बलात्कार के 7 मामले दर्ज किये गये हैं. खास बात यह है कि सरायकेला और खरसावां में एक भी बलात्कार के मामले दर्ज नहीं हुए हैं. पुलिस के ये आंकड़ें शुक्रवार को कोल्हान डीआइजी आरके धान की ओर से जारी किये गये हैं.
सरायकेला में सबसे कम वारदात
सरायकेला में सबसे कम आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं. इस जिले में अक्तूबर माह में डकैती, अपरहण, बालात्कार और दहेज हत्या के एक भी मामले सामने नहीं आये हैं.
चाईबासा में कायम रहा सदभाव
पश्चिमी सिंहभूम में एक भी दंगे अक्तूबर माह में नहीं हुआ है. पर, यहां फिरौती व सामान्य अपहरण के लिए एक-एक मामला दर्ज किया गया है. यहां एक भी डकैती का भी मामला दर्ज नहीं किया गया है.
पूर्वी सिंहभूम पर लगा है दंगे का दाग
प्ूर्वी सिंहभूम का आपराधिक आंकड़ टॉप पर है. जिला में नौ दंगे के मामले अक्तूबर माह में दर्ज किये गये हैं. वहीं आठ सामान्य अपहरण के वारदात हुए हैं. संज्ञेय अपराध भी पूर्वी सिंहभूम में 404 हुए हैं.

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