सैलानी छात्रों से मारपीट, जंगल में भटके

घाटशिला \जमशेदपुर : पश्चिम बंगाल के 24 परगना हुगली से पिकनिक मनाने जमशेदपुर के डिमना लेक आये तीन सैलानी छात्र-छात्राओं के साथ मंगलवार को अज्ञात युवकों ने मारपीट की. इसके बाद तीनों छात्र भयभीत होकर गेडुवा जंगल की ओर भाग गये. इस दौरान तीनों रास्ता भी भटक गये और घंटों जंगल में ही बदहवास भागत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2015 3:40 AM

घाटशिला \जमशेदपुर : पश्चिम बंगाल के 24 परगना हुगली से पिकनिक मनाने जमशेदपुर के डिमना लेक आये तीन सैलानी छात्र-छात्राओं के साथ मंगलवार को अज्ञात युवकों ने मारपीट की. इसके बाद तीनों छात्र भयभीत होकर गेडुवा जंगल की ओर भाग गये. इस दौरान तीनों रास्ता भी भटक गये और घंटों जंगल में ही बदहवास भागत रहे.

घटना की सूचना उनके साथ आये अन्य लोगों को मिली. इसके बाद साथ आये लोगों ने इसकी सूचना डिमना में गश्ती कर रहे पटमदा अौर बोड़ाम पुलिस को दी. काफी खोजबीन के बाद पुलिस ने तीनों छात्रों को घाटशिला रेलवे स्टेशन पर फोन को ट्रैप कर बरामद किया.

यह है मामला : पुलिस ने बताया कि कोलकाता के हुगली से बस से कई लोग पिकनिक मनाने के डिमना लेक आये थे. उसी दौरान करीब 12 सैलानी पहाड़ घूमने के लिए निकले. पहाड़ पर जाने के दौरान स्थानीय लोगों ने उन लोगों को इस ओर आने से मना किया. उसके बाद गांव के लोगों ने उन्हें डराया. इसके बाद अन्य बच्चे मौके से वापस लौट गये,

जबकि सौरभ बागती और सुजीत मांडी एवं एक अन्य सैलानी छात्रा गांव के लोगों के बीच फंस गये. वहां उनलोंगों के साथ मारपीट की. इसी क्रम में भागने के दौरान तीनों गेड़वा कोदाल फैक्ट्री के पास जंगल में भटक गये. काफी देर भटकने के बाद वे लोग एनएच-33 पर निकले. उसके बाद वे मानगो बस स्टैंड गये. जहां से बस पकड़ कर तीनों घाटशिला रेलवे स्टेशन पहुंचे. लेकिन तीनों के पास पैसा नहीं होने के कारण वे लोग स्टेशन पर ही बैठे रहे. जब पुलिस ने इन लोगों के फोन को ट्रैप किया,

तब इन लोगों का लोकेशन घाटशिला मिला. उसी दौरान इन लोगों से बोडाम और पटमदा पुलिस की बात भी हो गयी. ‍इसके बाद पुलिस तीनों को एमजीएम थाना लेकर आयी और उनके साथआये लोगों के हवाले किया. उसके बाद थाना में लिखित आवेदन पर छोड़ दिया गया. मंगलवार की देर शाम को सभी बस से हुगली के लिए रवाना हुये.

अन्य साथी रहे परेशान : इधर सािथयों के लापता होने के बाद पूरे दिन उनके साथ आये साथी और शिक्षक परेशान रहे. मंगलवार की देर शाम को साथियों से मिलने के बाद सभी ने राहत की सांस ली.

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