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फिंगर प्रिंट बना अहम सुराग

गोइलकेरा/चाईबासा : कोल्हान रेंज के वन क्षेत्र पदाधिकारी सिद्धेश्वर सिंह की गोईलकेरा में रविवार की रात अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. अपराधी लाखों रुपये लूटकर भाग गये थे. चाईबासा सदर अस्पताल में सोमवार को रेंजर के शव का पोस्टमार्टम किया गया. इधर, हत्या के कारणों को जानने को लेकर दिनभर पुलिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2016 8:26 AM
गोइलकेरा/चाईबासा : कोल्हान रेंज के वन क्षेत्र पदाधिकारी सिद्धेश्वर सिंह की गोईलकेरा में रविवार की रात अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. अपराधी लाखों रुपये लूटकर भाग गये थे. चाईबासा सदर अस्पताल में सोमवार को रेंजर के शव का पोस्टमार्टम किया गया. इधर, हत्या के कारणों को जानने को लेकर दिनभर पुलिस हैरान व परेशान दिखी.
मामले को लेकर एसपी इंद्रजीत महंथा, एसडीपीओ चक्रधरपुर अजय केरकेट्टा, अभियान एसपी मनीष रंजन, सरायकेला थाना प्रभारी विनोद कुमार, बंदगांव थना प्रभारी सत्यजीत सिंह, बड़ाजामदा प्रभारी विकास शर्मा, सीआरपीएफ 60वीं बटालियन के कमांडेंट हबीब असगर, एसडीअो नंद किशोर गुप्ता गोइलकेरा पहुंचे. घटना स्थल पर एसपी ने सबसे पहले पूरी तफ्तीश की. इसके बाद रेंजर के साथ रात 7.30 बजे से 8.30 बजे तक साथ बैठने वाले ईशा खान से पूछताछ की. इसके अलावा रेंजर के गाड़ी चालक, साथ रहने वाले धनंजय ठाकुर, कुक महतो, लिपिक दीपक प्रधान से पूछताछ की गयी. एसपी ने अपनी मौजूदगी में ही सीआइडी की क्षेत्रीय टीम से सघन जांच करवायी. इसके बाद रांची से आये फॉरेंसिक टीम से से भी जांच करायी गयी. पूरे मामले में यह तसवीर साफ नहीं हो पायी की रेंजर को पहले मारा गया या फिर पैसा लुटने के बाद. रेंजर के आवास के अगल बगल में स्थित क्वार्टरों में स्कूली छात्र भी रहते हैं, जिनसे पूछे जाने पर सभी ने अनभिज्ञता जाहिर की.
घटना की खबर पर उमड़ा वन परिवार
रेंजर की हत्या की खबर पार वन विभाग के सभी सदस्य उमड़ पड़े. पीसीसीएफ बीइ निगम के अलावा कोल्हान वन प्रमंडल पदाधिकारी सतीश राय, संतरा वन क्षेत्र पदाधिकरी अजय कुमार, बरकेला वन क्षेत्र पदाधिकारी श्री झा समेत कोल्हान के दोनों वन प्रक्षेत्र के सभी वनरक्षी गोइलकेरा पहुंच गये. सभी ने एक ही स्वर में घटना की निंदा की.
गोइलकेरा : रेंजर को सिर के पीछे गोली मारी गयी थी, जो बाहर निकल गयी. इस बात का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ. एसपी इंद्रजीत महंथा ने पोसटमार्टम के बाद इसकी जानकारी दी. यही कारण है कि पोस्टमार्टम में गोली नहीं मिली. इसके बाद देर शाम चार बजे के करीब एसपी की मौजूदगी में पुलिस जवान घटना स्थल पर पहुंचे और गोली खोजने की कोशिश की गयी, लेकिन गोली बरामद नहीं हो सकी.
खंघाले गये रेंजर के बैंक स्टेटमेंट
रेंजर की हत्या के पीछे के कारण पैसे की लूट करना, यह तो साफ हो गया है. लेकिन इसपर पूर्ण रूप से जांच के लिए एसपी के निर्देश पर चाईबासा के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से उनके सरकारी खाते व निजी खाते की स्टेटमेंट मंगायी गयी, जिसमें यह साफ हो गया है कि रेंजर ने 10 मार्च को ही उक्त सरकारी खाते से 9 लाख 49 हजार रुपये निकाले थे. उसके बाद शनिवार व रविवार को बैंक बंद होने के कारण राशि घर में ही रखी गयी थी.
17 वर्ष पहले एक रेंजर की हुई थी रहस्यमयी मौत
17 वर्ष पहले 1999 में रेंजर आवास स्थित फोरेस्ट रिसर्च सेंटर के एक रेंजर की भी मौत रहस्यमयी तरीके से हो गयी थी. शिव बालक चौधरी नामक रिसर्च रेंजर की भी मौत की बानगी लाखों रुपये के गबन से जुड़ी हुई थी. लाखों रुपये के गबन अथवा चोरी के मामले पर से रहस्य उठना बाकी था, लेकिन तब तक उनकी भी मौत हो गयी थी. 17 वर्ष बाद फिर लाखों रुपये के चक्कर में एक रेंजर को अपनी जान गंवानी पड़ गयी.

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