मनोहरपुर : भारत अतिथि देवो भव: के लिए विख्यात है. यहां अतिथियों का स्वागत देवताअों की तरह किया जाता है. इस देश में असहिष्णुता की बात करना बेमानी है. भारत में प्राचीन काल से वसुधैव कुटुम्बकम का सिद्धांत व संस्कार रहा है. उक्त बातें ज्योतिषपीठ के दंडी महाराज स्वामी अभिमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज बुधवार को मनोहरपुर में पत्रकार वार्ता में कहीं. उन्होंने कहा कि असहिष्णुता की बात इस देश में वही कर सकता है
जो देश में जन्मा न हो अथवा देश विरोधी है. ओवैसी द्वारा ”भारत माता की जय” नहीं बोलने के बयान पर दंडी स्वामी ने कहा कि एक ओर ओवैसी संविधान का हवाला देकर देश विरोधी बात करते हैं, तो दूसरी ओर सांसद बने रहते हैं. ओवैसी हो अथवा अन्य कोई देश विरोधी. वे एक साथ सिरे से आकर वार्ता प्रारंभ करें,अन्यथा उन्हें देश में रहने के अधिकार से वंचित किया जाये.