कमीशनखोरी तत्काल रोकें

नोवामुंडी : प्रखंड मुख्यालय में आयोजित जनता दरबार में कमीशनखोरी मुख्य मुद्दा बनकर उभरा. मनरेगा के तहत कार्यान्वित विकास योजनाओं में गड़बड़ी को ग्रामीणों ने जोरशोर से उठाया तो इसमें विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के आरोप भी लगाये. सिलदौरी गांव के भूषण लागुरी ने बताया कि जॉब कार्ड लेकर मेट पोस्टऑफिस से स्वयं रुपये की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2013 6:02 AM

नोवामुंडी : प्रखंड मुख्यालय में आयोजित जनता दरबार में कमीशनखोरी मुख्य मुद्दा बनकर उभरा. मनरेगा के तहत कार्यान्वित विकास योजनाओं में गड़बड़ी को ग्रामीणों ने जोरशोर से उठाया तो इसमें विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के आरोप भी लगाये.

सिलदौरी गांव के भूषण लागुरी ने बताया कि जॉब कार्ड लेकर मेट पोस्टऑफिस से स्वयं रुपये की निकासी कर लेते है और मजदूरों क समय पर राशि नहीं दी जाती. इससे योजनाएं निर्धारित समय पर पूरी नहीं हो रही है.

मेरेलगाड़ा के शत्रुघ्न बारजो ने ड़ेढ़ माह से मजदूरी का भुगतान नहीं होने के कारण काम बंद होने की शिकायत दर्ज करायी. कुचीबेड़ा के मुंडा अजय पुर्ती ने तीन माह से चापाकल खराब रहने के कारण चुओं का पानी पीने का मामला उठाया. इसी तरह रामदेव चातोम्बा ने सिंदरीगुई गांव व कांतौड़िया गांव में चार व नोवामुंडी बस्ती में तीन चापाकल खराब रहने से सड़क की स्थिति जजर्र होने का मामला उठाया. मतियास सुरेन ने आंगनबाड़ी व स्कूलों में पोषाहार व मध्याह्न् भोजन मेनु के मुताबिक नहीं देकर घटिया सामग्री परोसने का आरोप लगाया.

सुरेंद्र बलमुचु ने टोंटोपोसी में बिजली कनेक्शन, सड़क निर्माण, रोया चातोम्बा ने लखनसाई से बड़ाबालजोड़ी तक पीएमआरवाइ सड़क योजना का घटिया निर्माण व निर्धारित समय पर पूरा नहीं करने, इसी तरह रेंगाड़बेड़ा के संतो, केराई ने पीएमआरवाइ के तहत हवाईपट्टी तक जाने वाली सड़क अधूरी छोड़ देने का आरोप लगाया.

मनोज लागुरी ने सिलदौरी तालाब के जीर्णोद्धार करने व गीतिकेंदु गांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में सेविका बहाली की मांगें रखी. दिरीबुरू पंचायत के पंसस वेणुधर बारीक ने बड़ाजामदा स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में बीआरजीएफ फंड से फर्श निर्माण कराने की मांग की. इस तरह कई ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों चापाकल खराब रहने की शिकायतें दर्ज की गयी.

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