भ्रष्टाचार पर नकेल. जमशेदपुर एंटी करप्शन ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई

आइटीआइ के क्लर्क से मिले "22 लाख नगद, गिरफ्तार साढ़े छह घंटे तक चली कार्रवाई, क्लर्क भूषण शर्मा का पे स्टाफ चंद्रिका भगत भी गिरफ्त में जमशेदपुर : एंटी करप्शन ब्यूरो, जमशेदपुर प्रमंडल की टीम ने गुरुवार को बर्मामाइंस स्थित श्रम नियोजन औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में छापामारी की. छापामारी करीब साढ़े छह घंटे चली. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 7:16 AM

आइटीआइ के क्लर्क से मिले "22 लाख नगद, गिरफ्तार

साढ़े छह घंटे तक चली कार्रवाई, क्लर्क भूषण शर्मा का पे स्टाफ चंद्रिका भगत भी गिरफ्त में
जमशेदपुर : एंटी करप्शन ब्यूरो, जमशेदपुर प्रमंडल की टीम ने गुरुवार को बर्मामाइंस स्थित श्रम नियोजन औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में छापामारी की. छापामारी करीब साढ़े छह घंटे चली. इस दौरान संस्थान के कार्यालय में क्लर्क भूषण कुमार शर्मा के बिष्टुपुर, रामदास भट्ठा स्थित घर की भी तलाशी ली गयी.
कार्यालय व क्लर्क के घर से करीब 22 लाख रुपये नकद, विभिन्न बैंकों के पासबुक, एटीएम कार्ड समेत अन्य कागजात बरामद किये गये. वहीं टीम ने कार्यालय से क्लर्क भूषण कुमार शर्मा व उसके पे स्टाफ चंद्रिका भगत को गिरफ्तार किया है. भूषण बिष्टुपुर के रामदास भट्ठा स्थित गोपीनाथ टावर और चंद्रिका गोविंदपुर निवासी बताया जाता है. छापामारी ब्यूरो के डीएसपी श्रवण कुमार के नेतृत्व में की गयी. इसमें तीन पुलिस इंस्पेक्टर व जवान शामिल थे.
छात्र की शिकायत पर हुई कार्रवाई
ब्यूरो की टीम ने बताया कि संस्थान के छात्र रकीब खान ने जमशेदपुर प्रमंडल में शिकायत दर्ज करायी थी. उससे रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर 9000 रुपये की मांग की गयी थी. रकीब की शिकायत के आधार पर जांच के क्रम में भ्रष्टाचार का मामला सही पाया गया. इसके बाद ब्यूरो कार्यालय द्वारा टीम गठित की गयी.
पांच हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार
टीम ने गुरुवार की सुबह करीब 11:30 बजे संस्थान में छापामारी की. यहां क्लर्क भूषण कुमार के पे स्टाफ को 5000 रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद कार्यालय व उसके घर की तलाशी ली गयी.
चार पे स्टाफ रख कर वसूली
संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि छापामारी के क्रम में कई बातों का खुलासा हुआ है. भूषण कुमार संस्थान में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं. उनका वेतन 50 हजार रुपये है और वह निजी स्तर पर चार-पांच स्टाफ रख कर वसूली आदि का कार्य करवाता था. उसके अधीन काम करनेवालों में चंद्रिका भगत, खुशबू, कृष्णा के अलावा एक अन्य है.
हर काम के लिए 5 से 10 हजार
बताया गया कि भूषण कुमार छात्रों से रजिस्ट्रेशन समेत अन्य कार्य के लिए 5 से 10 हजार रुपये तक की वसूली करता था. इसमें उसके पे स्टाफ सहयोग करते थे.
पड़ोसी राज्यों में फैला है जाल
संस्थान में अप्रैंटिस ट्रेनिंग पूरा कर चुके कुछ छात्रों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि भूषण कुमार ने झारखंड समेत पड़ोसी राज्यों में भी जाल फैला रखा है. वे देवघर में प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात यहां आये हैं. भूषण के एजेंटे ने देवघर में संपर्क किया था.
गबन के आरोप में इइ नजरे
इमाम को किया गया सस्पेंड
फरजी बिल बनाकर लाखों रुपये की निकासी का आरोप
रांची़ चापानल लगाने का फरजी बिल बना कर लाखों रुपये गबन करने के आरोप में पेयजल विभाग के प्रभारी कार्यपालक अभियंता नजरे इमाम (पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल आदित्यपुर) को निलंबित कर दिया गया है. उक्त कार्रवाई जल संसाधन, पेयजल व स्वच्छता मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी ने की. जांच में सभी आरोप सही पाये गये़
क्या है आरोप. श्री इमाम पर सड़े राइजर पाइप को नहीं बदलने, जलापूर्ति प्रभावित करने, निर्देशों का उल्लंघन

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