पानी का उपयोग बचा- बचाकर करने की सलाह
चक्रधरपुर : रेलवे कॉलोनियों के ढाई हजार आवासों में पेयजलापूर्ति में कटौती होगी. यह निर्णय पेयजल विभाग द्वारा नदी सूखने व बर्टन लेक के संचित जल को अधिक निकालने के कारण लिया गया है. वहीं रेल कॉलोनी निवासियों को पानी का कम से कम इस्तेमाल करने का सुझाव रेलवे प्रशासन ने दिया है. मालूम रहे […]
चक्रधरपुर : रेलवे कॉलोनियों के ढाई हजार आवासों में पेयजलापूर्ति में कटौती होगी. यह निर्णय पेयजल विभाग द्वारा नदी सूखने व बर्टन लेक के संचित जल को अधिक निकालने के कारण लिया गया है.
वहीं रेल कॉलोनी निवासियों को पानी का कम से कम इस्तेमाल करने का सुझाव रेलवे प्रशासन ने दिया है. मालूम रहे कि रेलवे के पंप हाउस संजय नदी डैम में एक माह तक का पानी है. इसे वैकल्पिक व्यवस्था व अपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल करने के लिये बर्टन लेक में पानी को संचित किया जा रहा है.
लगातार बढ़ती भीषण गर्मी के कारण नदी के पानी व डीप बोरिंग से निर्भर रेलवे के जलापूर्ति विभाग को जल संकट का सामना करना पड़ सकता है. इस वर्ष मई माह में ही रेलवे में जल संकट गहराने लगा है. जबकि पूर्व में रेलवे के संबंधित विभाग द्वारा डैम से मिट्टी हटाने का कार्य किया गया था.
जिससे काफी हद तक रेलवे के डैम में पानी संचित करने में मददगार साबित हुआ है. लेकिन भू जलस्तर नीचे जाने के कारण फेल होते डीप बोरिंग से रेलवे में ऊहापोह की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. रेलवे ने पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिये पेय जलापूर्ति की कटौती की जा रही है.