नोवामुंडी. सरबिल में हाथियों के झुंड ने मचाया उत्पात घर तोड़ खा गये अनाज
मुआवजे को लेकर ग्रामीणों ने किया विरोध-प्रदर्शन घटना को लेकर कादाजामदा पंचायत के पंसस गणेश लागुरी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जंगली हाथियों से जान-माल की सुरक्षा व मुआवजे की मांग को लेकर सरबिल में विरोध-प्रदर्शन किया. कहा गया कि हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग की ओर से किसी तरह का सहयोग नहीं […]
मुआवजे को लेकर ग्रामीणों ने किया विरोध-प्रदर्शन
घटना को लेकर कादाजामदा पंचायत के पंसस गणेश लागुरी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जंगली हाथियों से जान-माल की सुरक्षा व मुआवजे की मांग को लेकर सरबिल में विरोध-प्रदर्शन किया. कहा गया कि हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग की ओर से किसी तरह का सहयोग नहीं दिया गया है. आये दिन सरबिल गांव के लोग जंगली हाथियों के उत्पात के शिकार बन रहे हैं.
टूटा घर. साथ में पीड़ित.
सब्जी की खेती व बर्तनों को रौंद डाला
दीवार में दबकर दो मुर्गियां व एक बकरी मरीं
नोवामुंडी : नोवामुंडी वनक्षेत्र के सरबिल गांव में जंगली हाथियों के झुंड ने बुधवार की रात जमकर उत्पात मचाया. सुकराम लागुरी के घर को तोड़ डाला. पुड़ा में रखे धान व चावल खा गये. घर की दीवार गिरने से दो मुर्गियां व एक बकरी दबकर मर गयीं. सुकराम दंपती ने भागकर जान बचायी. घटना सरबिल गांव स्थित मंडासाई की है. आलम यह कि पीड़ित दंपती के पास अनाज नहीं रहने से दो वक्त का चूल्हा जलना भी मुश्किल हो गया है.
कई एकड़ में लगी सब्जी के बगान बर्बाद हो गये. प्रभावितों में महुदी के मुंडासाई के किसान भी शामिल हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बुधवार आधी रात को तीन बच्चे समेत 14 हाथियों का झुंड गांव में घुस आया. घर को चारों अोर से घेर लिया. हाथियों की चिघाड़ सुनकर दंपती किसी तरह जान बचा कर भागे.
इसके बाद एकजुट हुए ग्रामीणों ने मशाल जला कर किसी तरह हाथियों के झुंड को सुबह तक गांव से बाहर खदेड़ा गया. फिलहाल हाथियों का झुंड गांव के पास स्थित एक झरने के आसपास ही जमे हुए हैं. रामचंद्र जेराई, प्रधान लागुरी, वांडीया लागुरी व बुधराम लागुरी के फसल बर्बाद हो गये हैं.
पश्चिम बंगाल से आयेगी प्रशिक्षित टीम: नोवामुंडी वन प्रक्षेत्र के रेंजर आनंद बिहारी सिंह ने कहा कि जंगली हाथियों को भगाने के लिए प बंगाल की प्रशिक्षित टीम को बुलाया गया है. हाथियों के उत्पात से सरबिल व महुदी के मुंडासाई के ग्रामिणों के हुए नुकसान का नियमानुसार क्षतिपूर्ति राशि का भुगतान किया जायेगा.