रामनवमी. शांतिपूर्ण तरीके से निकला जुलूस, मुसलिम भी हुए शामिल, बांटा शरबत, गुड़ व चना

देवगांव के लोगों से लेना चाहिए मोहब्बत का संदेश चक्रधरपुर : चक्रधरपुर प्रखंड के देवगांव में रामनवमी जुलूस के दौरान एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने पूरे समाज को सामाजिक समरसता और भाई चारे का संदेश दिया. मुहब्बत की ऐसी बयार बही जिसका असर सदियों तक कायम रहेगा. दरअसल झंडा जुलूस में हिंदुओं के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2016 8:06 AM

देवगांव के लोगों से लेना चाहिए मोहब्बत का संदेश

चक्रधरपुर : चक्रधरपुर प्रखंड के देवगांव में रामनवमी जुलूस के दौरान एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने पूरे समाज को सामाजिक समरसता और भाई चारे का संदेश दिया. मुहब्बत की ऐसी बयार बही जिसका असर सदियों तक कायम रहेगा. दरअसल झंडा जुलूस में हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिम समाज के लोग भी शामिल हुए. सभी ने सद्भाव के साथ झंडे को उठाया और जुलूस निकाला. पूरी चाक-चौकसी के साथ शांतिपूर्ण ढंग से रामनवमी को त्योहार संपन्न हुआ.
जुमा की नमाज अदा करने के बाद उठाया झंडा: कुछ साल पहले रामनवमी के दौरान देवगांव अखाड़ा और चांदमारी के बीच तनाव उत्पन्न हुआ था. लेकिन इस बार शुक्रवार को मुसलिम समाज के लोगों ने जुमा की नमाज अदा की. इसके बाद मसजिद का संचालन करने वाली केंदो देवगांव मुसलिम कमेटी ने पहल करते हुए रामनवमी में समाज को आपसी भाईचारे का संदेश देने का निर्णय लिया.
अध्यक्ष इम्तियाज हुसैन, मो नासिर, मो मुस्तकीम, मो खजमुद्दीन, मनौव्वर हुसैन, शमशेर अली, तबरेज, मो इम्तियाज व मो नईम समेत दर्जनों बुजुर्ग व युवाओं ने देवगांव रामनवमी अखाड़ा समिति के सदस्यों से संपर्क किया. और इसके बाद सभी रामनवमी अखाड़ा के जुलूस में शामिल हुए. इस दौरान हिंदुओं के साथ-साथ मुस्लिम भाइयों ने भी झंडा उठाया और और करीब एक घंटे पैदल चलने के बाद सभी देवगांव मसजिद पहुंचे,
जहां मुस्लिम कमेटी ने चुना, गुड़, शरबत आदि से सभी का स्वागत किया. मुस्लिम बस्ती के लोग घरों से बाहर निकले और खुशी-खुशी जुलूस में शामिल हुए. लोग एक-दूसरे के गले मिले और हर परंपरा का निर्वाह करते हुए, झंडे को अखाड़ा स्थल तक ले गये. अखाड़ा स्थल में मुस्लिमों ने भी करतब दिखाये. इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों साथ अखाकेंदो की मुखिया शांति देवी, अजीत प्रधान, प्रो संजय प्रधान, बाल्मिकी प्रधान, गांव में निवास करने वाले प्रधान, मुखी, हिंदू सभी शामिल हुए.
रामनवमी ने मिटाये सारे गिले-शिकवे : देवगांव एक ओड़िया भाषी बाहुल्य क्षेत्र है. हर धर्म के लोग यहां ओड़िया ही बोलते हैं. यहां कभी भी धार्मिक तनाव नहीं रहता था. लेकिन विगत 3 जनवरी 2016 को जब चक्रधरपुर में दुकानें जलीं और तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई तो देवगांव में भी लोगों के मन में कुछ खटास आ गई थी. लेकिन इस खटास का खात्मा काफी शानदार तरीके से रामनवमी में कर भी दिया गया. सौहार्द के इस अंदाज को शहर का हर वर्ग सराह रहा है.

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