गायब मिले अफसर-कर्मी

पीएचइडी का निरीक्षण. कार्यालय की स्थिति देख नाराज हुए विधायक पीएचइडी विभाग फील्ड में जायें एसडीओ व जेई,खराब चापाकलों की मरम्मत करायें निरीक्षण के दौरान कार्यालय में नहीं थे कार्यपालक अभियंता, रोकड़पाल व लेखापाल. अनुमंडल के 9652 चापाकल में 2206 खराब चक्रधरपुर : विधायक शशिभूषण सामाड ने बुधवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का औचक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 2:32 AM

पीएचइडी का निरीक्षण. कार्यालय की स्थिति देख नाराज हुए विधायक

पीएचइडी विभाग
फील्ड में जायें एसडीओ व जेई,खराब चापाकलों की मरम्मत करायें
निरीक्षण के दौरान कार्यालय में नहीं थे कार्यपालक अभियंता, रोकड़पाल व लेखापाल.
अनुमंडल के 9652 चापाकल में 2206 खराब
चक्रधरपुर : विधायक शशिभूषण सामाड ने बुधवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कार्यालय से कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार जायसवाल, रोकड़पाल अजीत कुमार सिंह, लेखापाल विवेक कुमार वर्मा गायब थे. कार्यालय में अधिकारी व कर्मचारियों की अनुपस्थिति को देख कर विधायक सामाड नाराज दिखे.
उन्होंने कार्यालय प्रभारी प्रधान लिपिक संजय षाड़ंगी को शीघ्र एसडीओ व जेइ को बुलाने का आदेश दिया. इसके कुछ देर बाद एसडीओ अनूप हांसदा व जेइ संजय कुमार कार्यालय पहुंचे. विधायक ने एसडीओ व जेइ से कहा कि विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मनमानी कर रहे हैं. गायब अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उपायुक्त व विभाग के सचिव को पत्र लिखा जायेगा. विधायक ने कहा कि पूरे प्रखंड में पेयजल संकट गहराने लगा है.
चापाकल खराब पड़े हैं. कहीं जलमीनार अधूरा है, तो कहीं खराब. खराब बड़े चापाकल व जलमीनारों की शीघ्र मरम्मत कराने का आदेश दिया. साथ ही एसडीओ व जेइ को प्रत्येक दिन क्षेत्र का भ्रमण कर खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत करायें व जिस जगह में चापाकल की आवश्यकता है वैसे जगह को चिह्नित कर चापाकल लगाया जाये.
48 जलमीनार चालू : एसडीओ
विभाग के एसडीओ अनूप हांसदा ने कहा कि पूरे अनुमंडल में 72 जलमीनार हैं, जिसमें से 48 चालू हैं. अन्य 24 जलमीनार खराब हैं. कई जगह जलमीनार अधूरी है. उन्होंने कहा कि अनुमंडल में 9652 चापाकल हैं, जिसमें 7446 चापाकल चालू हैं. 317 चापाकलों की होगी मरम्मत
जेइ संजय कुमार ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में शीघ्र 317 चापाकलों की विशेष मरम्मत की जायेगी. इसके लिए टेंडर हो चुका है. साथ ही 111 चापालकों में सोलर पंप सिस्टम लगाया जायेगा. बुड़ीगोड़ा का जलमीनार अधूरा
कुछ साल पहले बुड़ीगोड़ा गांव में जलमीनार का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, जो अब तक पूरा नहीं हो सकी है. इससे गरमी के दिनों में ग्रामीणों को पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. मुखिया मेलानी बोदरा ने कहा कि जलमीनार के निर्माण के लिए कई बार विभाग से कहा गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

Next Article

Exit mobile version