दीपक हत्याकांड : जांच आगे बढ़ने के साथ उलझ रहा केस

चाईबासा : पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के करीबी रहे जभासभा के जिला स्तरीय सक्रिय सदस्य दीपक सामड की चलती बाइक में गोली मारकर हत्या करने की घटना के तार अब बोकारो से जुड़ता दिख रहा है. अब तक कि पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि दीपक सामड पहले दुर्गाचरण के नाम से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2016 6:59 AM

चाईबासा : पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के करीबी रहे जभासभा के जिला स्तरीय सक्रिय सदस्य दीपक सामड की चलती बाइक में गोली मारकर हत्या करने की घटना के तार अब बोकारो से जुड़ता दिख रहा है. अब तक कि पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि दीपक सामड पहले दुर्गाचरण के नाम से जाना जाता था. चाईबासा में पढ़ाई करने के बाद वह बोकारो चला गया, जहां से पुन: चाईबासा लौटने के बाद उसने अपना नाम बदल कर दीपक रख लिया.

कहा जा रहा है कि कुछ विवाद होने के कारण उसे बोकारो छोड़कर चाईबासा लौटना पड़ा. आशंका जतायी जा रही है कि दीपक की हत्या के पीछे बोकारो में हुई कोई पुरानी रंजिश है. फिलहाल पुलिस इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने में जुटी है. बोकारो में बिताये गये दीपक के इतिहास को पुलिस खंगाल रही है.

एक दर्जन लोगों से पूछताछ
दीपक सामड हत्याकांड की जांच में जुटी मुफ्फसिल पुलिस परिवारवालों समेत अब तक एक दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी है. पुलिस के मुताबिक चाईबासा आने के बाद दीपक केवल हरिगुटू स्थित हो समाज महासभा के कार्यालय में ही नहीं बैठता था, बल्कि वह कोल्हान विश्वविद्यालय के पास पेट्रोल पंप में भी काफी समय गुजरता था.
इसके अलावा तांबो चौक स्थित मुर्गी सेंटर, एक सीमेंट दुकान व गैरेज में बैठता था. घटना वाले दिन भी वह कोल्हान विश्वविद्यालय के पास स्थित पेट्रोल पंप से लौटने के बाद तांबो चौक स्थित सीमेंट दुकान में रात नौ बजे तक बैठा हुआ था. इसके बाद वह तांतनगर के लिए रवाना हुआ.

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