महिला यात्री को चार दिन बाद आया होश
चक्रधरपुर : रेल हादसे की शिकार महिला यात्री को चार दिन बाद सोमवार को रेलवे अस्पताल में होश आया. होश में आने पर महिला यात्री ने अपने को सोनुवा निवासी बताया है. उन्होंने बताया कि वह बड़ोमीनी जोगी है और सोनुवा बीडीओ के आवास पर काम करती है. महिला ने कहा कि 12 मई को […]
चक्रधरपुर : रेल हादसे की शिकार महिला यात्री को चार दिन बाद सोमवार को रेलवे अस्पताल में होश आया. होश में आने पर महिला यात्री ने अपने को सोनुवा निवासी बताया है.
उन्होंने बताया कि वह बड़ोमीनी जोगी है और सोनुवा बीडीओ के आवास पर काम करती है. महिला ने कहा कि 12 मई को मनोहरपुर से सोनुवा दक्षिण बिहार एक्सप्रेस से आ रही थी, लेकिन ट्रेन में भीड़ होने की वजह से सोनुवा में उतर नहीं सकी. ट्रेन के चक्रधरपुर पहुंचने के दौरान मुश्किल से बोगी के गेट पर आयी और प्लेटफॉर्म पर उतर ही रही थी कि गिर पड़ी.
गिरते ही उन्हें सुरक्षा बल ने उठा लिया, लेकिन हादसे के कुछ देर बाद वृद्धा सदमे में आ गयी. आनन-फानन में उसे रेलवे अस्पताल में भरती कराया गया, जहां चार दिनों तक उपचार करने के बाद वह सदमे से बाहर आयी. वृद्धा चलने में असमर्थ हैं, कमर की हड्डी टूट गयी है. इस संदर्भ में रेलवे अस्पताल की ईरा सिन्हा ने बंगाली एसोसिएशन के करण महतो को मामले की जानकारी दी गयी, ताकि उसे सोनुवा भेजा जा सके.