अब रोरो नदी से आठ हजार हेक्टेयर खेतों को मिलेगा पानी

पहल . गरमी में नहीं सूखेगी नदी, दूर होगी पानी की समस्या 64 करोड़ रुपये से 24 किमी तक चाईबासा के पाताहातु से टोंटो के घाघरी तक पक्की होगी रोरो नदी 40 फीसदी पानी की बर्बादी पर लगेगी रोक, सालोंभर नदी में रहेगा पानी चाईबासा : चाईबासा की लाइफ लाइन कही जाने वाली रोरो नदी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2016 11:44 PM

पहल . गरमी में नहीं सूखेगी नदी, दूर होगी पानी की समस्या

64 करोड़ रुपये से 24 किमी तक चाईबासा के पाताहातु से टोंटो के घाघरी तक पक्की होगी रोरो नदी
40 फीसदी पानी की बर्बादी पर लगेगी
रोक, सालोंभर नदी में रहेगा पानी
चाईबासा : चाईबासा की लाइफ लाइन कही जाने वाली रोरो नदी का पक्कीकरण होगा. चाईबासा के पाताहातु से लेकर टोंटो प्रखंड के घाघरी तक कुल 24 किलोमीटर तक रोरो नदी का पक्कीकरण किया जायेगा. लघु सिंचाई विभाग की ओर से रोरो नदी का पक्कीकरण कराया जायेगा. इस पर 64 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसे तीन साल में पूरा कर लिया जायेगा. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है.
रोरो के सूखने की संभावना से बढ़ा खतरा. इस साल की गरमी में रोरो नदी के सूखने की संभावना से चाईबासा में पेयजल समस्या उत्पन्न होने का खतरा बढ़ गया था. क्योंकि रोरो नदी में ही डैम बनाकर चाईबासा में पानी की आपूर्ति की जाती है. पक्कीकरण होने के बाद पेयजल समस्या से पूर्णत: निजात मिल जायेगा.
पानी की बर्बादी रुकेगी
अलग-अलग स्थानों पर कहीं पत्थर होने तथा जल भूगर्भ के समतल नहीं होने के कारण पानी बीच में ही फंस जाता है. इससे पानी एक जगह जमा होकर रह जाता है. इससे पानी आगे बढ़ नहीं पाता था और वहीं जमा होकर बर्बाद हो जाता था. इस पानी का कोई उपयोग भी नहीं हो पाता था. इस तरह से लगभग 40 फीसदी पानी बर्बाद हो जाता था. पक्कीककरण होने के बाद 40 फीसदी पानी की बर्बादी पर रोक लग जायेगी और नदी में सालों भर पानी रह सकेगा.
रोरो मेन नहर का 24 किलोमीटर तक पक्कीकरण किया जायेगा. इससे अब 2500 की जगह आठ हजार हेक्टेयर खेतों तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाया जा सकेगा.
असीम बिरूवा, सहायक अभिंयता, माइनर इरिगेशन
पहले 2500 हेक्टेयर खेत को मिलता था पानी
रोरो नदी से फिलहाल 2500 हेक्टेयर खेतों की सिंचाई होती थी. अब पक्कीकरण होने से आठ हजार हेक्टेयर खेतों को पानी मिलेगा. रोरो नदी के पक्कीकरण के बाद आठ हजार हेक्टेयर क्षेत्र में पानी पहुंचाने का भी लक्ष्य रखा गया है.

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