बिजली कटने से दो यूनिट रक्त बर्बाद
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में ब्लड स्टोरेज सेंटर संचालित है. लेकिन यह हमेशा ऑउट ऑफ ऑर्डर ही रहता है. इसका मुख्य कारण पुरानी वायरिंग का होना है. जानकारी के मुताबिक पुरानी वायरिंग के कारण बैकअप नहीं हो पाता है. जिस कारण बार-बार बिजली कट जाती है. ब्लड स्टोरेज को संचालित करने के लिए मैन […]
चक्रधरपुर : चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में ब्लड स्टोरेज सेंटर संचालित है. लेकिन यह हमेशा ऑउट ऑफ ऑर्डर ही रहता है. इसका मुख्य कारण पुरानी वायरिंग का होना है. जानकारी के मुताबिक पुरानी वायरिंग के कारण बैकअप नहीं हो पाता है. जिस कारण बार-बार बिजली कट जाती है. ब्लड स्टोरेज को संचालित करने के लिए मैन पावर की भी कमी है. टेक्नीशियन नहीं होने से सबसे अधिक परेशानी ब्लड स्टोरेज सेंटर में हो रही है.
टीबी विभाग के लैब टेक्नीशियन श्यामल साह की मदद से ब्लड स्टोरेज सेंटर चलाया जा रहा है. लगातार बिजली कटने से अब तक दो यूनिट रक्त भी खराब हो चुका है. अस्पताल सूत्रों के अनुसार सांसद व विधायक ने अस्पताल भ्रमण के क्रम में ब्लड स्टोरेज सेंटर को जेनरेटर उपलब्ध कराने की बात कही थी, लेकिन अब तक नहीं मिला है. जेनरेटर मिल जाने से बिजली समस्या का समाधान निकल आयेगा. मालूम रहे कि 6 दिसंबर 2015 को ब्लड स्टोरेज सेंटर का उदघाटन हुआ था और 10 दिसंबर से चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में संचालित हो रहा है. ब्लड स्टोरेज सेंटर में एक साथ 30 से 40 यूनिट रक्त रखे जाने की सुविधा है. लेकिन एक बार में अधिकतम 10 यूनिट रक्त रखा रहता है. सदर अस्पताल चाईबासा द्वारा रक्त उपलब्ध कराया जाता है.