फसलों की कटाई छोड़ बैंकों के लगा रहे चक्कर

सोनुवा : खेतों में लगी धान की फसल तैयार हो चुकी है, जिसकी कटाई छोड़ ग्रामीण किसान बैंक में पैसे बदलने के लिए कतार में लगे हैं. एक किसान रथु महतो, दोमोदर पुरती समेत कई किसानों ने बताया कि उनकी धान की फसल तैयार है, लेकिन मोदी के फैसले के बाद मजदूरों को मजदूरी भुगतान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2016 6:31 AM

सोनुवा : खेतों में लगी धान की फसल तैयार हो चुकी है, जिसकी कटाई छोड़ ग्रामीण किसान बैंक में पैसे बदलने के लिए कतार में लगे हैं. एक किसान रथु महतो, दोमोदर पुरती समेत कई किसानों ने बताया कि उनकी धान की फसल तैयार है, लेकिन मोदी के फैसले के बाद मजदूरों को मजदूरी भुगतान करने के लिए बैंक में लाइन में लगे हैं. किसानों ने बताया कि फसल की कटाई आज नहीं तक कल हो जायेगी, लेकिन समय पूरा होने के बाद पुराने नोट नहीं बदले जा सकेंगे.

रुपये करने आये दो युवकों को पुलिस ने रोका : सोनुवा के बैंक ऑफ इंडिया में पैसा जमा करने आये गुदड़ी के एक व गोइलकेरा के दो युवकों को सोनुवा पुलिस ने पूछताछ के लिए पकड़ कर थाने ले गयी. पुलिस के मुताबिक दो युवकों के एक के पास दो लाख व एक अन्य युवक के पास पचास हजार रुपये थे. वे बैंक में पैसा जमा करने आये थे. पुलिस ने दोनों युवकों से करीब एक घंटे तक पूछताछ की.
सोनुवा : खेतों में लगी धान की फसल तैयार हो चुकी है, जिसकी कटाई छोड़ ग्रामीण किसान बैंक में पैसे बदलने के लिए कतार में लगे हैं. एक किसान रथु महतो, दोमोदर पुरती समेत कई किसानों ने बताया कि उनकी धान की फसल तैयार है, लेकिन मोदी के फैसले के बाद मजदूरों को मजदूरी भुगतान करने के लिए बैंक में लाइन में लगे हैं. किसानों ने बताया कि फसल की कटाई आज नहीं तक कल हो जायेगी, लेकिन समय पूरा होने के बाद पुराने नोट नहीं बदले जा सकेंगे.
रुपये करने आये दो युवकों को पुलिस ने रोका : सोनुवा के बैंक ऑफ इंडिया में पैसा जमा करने आये गुदड़ी के एक व गोइलकेरा के दो युवकों को सोनुवा पुलिस ने पूछताछ के लिए पकड़ कर थाने ले गयी. पुलिस के मुताबिक दो युवकों के एक के पास दो लाख व एक अन्य युवक के पास पचास हजार रुपये थे. वे बैंक में पैसा जमा करने आये थे. पुलिस ने दोनों युवकों से करीब एक घंटे तक पूछताछ की.
सोनुवा के बैंक ऑफ इंडिया में लगी ग्रामीणों की भीड़.
बाजार में बिक रहा पैसा
नोट बदलने से उत्पन्न परेशानी से कुछ लोग फायदा उठाने में लगे हुए हैं. बाजार में सौ, पचास, दस व बीस रुपये की बिक्री शुरू हो गयी है. एक व्यापारी ने पहचान छुपाने की शर्त पर बताया कि बाजार में उसने एक व्यक्ति को बारह हजार रुपये पुराने पांच सौ नोट दिये, उसके बदले में दस हजार रुपये के सौ व 50 रुपये नोट लिए. इसके बाद टुनिया में लगे साप्ताहिक हाट गया.

Next Article

Exit mobile version