एक्ट संशोधन के विरोध में झारखंड बंद काे दें समर्थन
सीएनटी-एसपीटी का मामला. विपक्षी दलों ने बैठक कर कहा झारखंड बंद को सफल बनाने के लिए चक्रधरपुर में विपक्षी दलों ने बैठक कर रणनीति बनायी. साथ ही शाम में शहर भ्रमण कर लोगों एवं दुकानदारों से बंद को समर्थन देने की अपील की. चक्रधरपुर : सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन विधेयक पारित होने के बाद विपक्षी […]
सीएनटी-एसपीटी का मामला. विपक्षी दलों ने बैठक कर कहा
झारखंड बंद को सफल बनाने के लिए चक्रधरपुर में विपक्षी दलों ने बैठक कर रणनीति बनायी. साथ ही शाम में शहर भ्रमण कर लोगों एवं दुकानदारों से बंद को समर्थन देने की अपील की.
चक्रधरपुर : सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन विधेयक पारित होने के बाद विपक्षी दलों द्वारा 25 नवंबर को झारखंड बंद बुलायी है. इस बंदी को सफल बनाने के लिए झामुमो, कांग्रेस, राजद, झाविमो समेत अन्य दलों की संयुक्त बैठक गुरुवार को वन विश्रामागार चक्रधरपुर में हुई, जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस नगर अध्यक्ष शाह आजम व झामुमो नगर अध्यक्ष मुन्ना खान ने की संयुक्त रूप से की. झामुमो जिला अध्यक्ष भुवनेश्वर महतो व कांग्रेस जिला वरीय उपाध्यक्ष राहुल आदित्य विशेष तौर पर बैठक में शामिल हुए.
इस दौरान दोनों वरीय नेताओं के परामर्श पर एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें कहा गया कि भाजपा सरकार ने आदिवासी-मूलवासी की भावनाओं के विपरीत एक्ट में संशोधन विधेयक को विरोध के बावजूद पारित कर तानाशाही रवैये का परिचय दिया है. राज्य सरकार की इस हठधर्मिता व कुशासन की बैठक में निंदा की गयी तथा 25 नवंबर की झारखंड बंद को सफल बनाने की अपील की गयी. बंद के दौरान सभी प्रतिष्ठान, दुकान, व्यावसायिक संस्थानें, वाहन, रिक्शा, ठेला, रेल परिचलन समेत अन्य सभी तरह के कारोबार को बंद रखने का आग्रह किया गया है. विद्यार्थियों से भी बंद का समर्थन देने की अपील की गयी. बंद को स्वत: सफलता प्रदान करने और बंद समर्थकों का सहयोग करने की अपील की गयी है. बैठक में गोविंद महतो, अंसार अहमद, ताराकांत सिजुई, शीतल पुरती, सेलाय मुंडा, कानु किशोर सिजुई, मंगल सिंह केराई, मदन टोप्पो, मंगल मुर्मू, विकास पुरती, राजा प्रसाद, साजिद अनवर, मो फिरोज, मांगु हो, कृष्णा पान, विजय मुंडा, बसंत तांती, रिंकु तांती, पौलुस बोदरा समेत बड़ी संख्या में विपक्षी सदस्य शामिल हुए.
बैठक में शामिल विपक्षी दलों के नेता व सदस्य.