बदले गये पुराने नोट मरीजों ने खरीदी दवा

नोटबंदी. परेशान मरीजों काे डाकघर ने दी राहत चाईबासा : नोटबंदी से उत्पन्न परेशानी को देखते हुए गुरुवार को डाकघर की ओर से सदर अस्पताल में इलाजरत मरीजों से से 500 और 1000 के पुराने नोटों को बदले गये. इस दौरान अस्पताल के सभी वार्डों में जाकर मरीजों से करीब डेढ़ लाख तक के पुराने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2016 5:43 AM

नोटबंदी. परेशान मरीजों काे डाकघर ने दी राहत

चाईबासा : नोटबंदी से उत्पन्न परेशानी को देखते हुए गुरुवार को डाकघर की ओर से सदर अस्पताल में इलाजरत मरीजों से से 500 और 1000 के पुराने नोटों को बदले गये. इस दौरान अस्पताल के सभी वार्डों में जाकर मरीजों से करीब डेढ़ लाख तक के पुराने नोट बदले गये. इसे लेकर अस्पताल में भीड़ उमड़ पड़ी. पुराने नोटों के बदले में मरीजों को एक-एक सौ का नोट दिये गये. डाकघर के इस पहल से मरीजों में खुशी देखी गयी. मरीजों ने बताया पुराने नोट बंद होने से काफी परेशानी हो रही थी.
रुपये रहते हुए भी दवा समेत अन्य सामानों की खरीदारी में परेशानी हो रही थी. इस अवसर पर यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ जगतभूषण प्रसाद, डीपीएम निर्मल कुमार दास के अलावा डाककर्मियों में अवधेश कुमार, शंकर कुमार, नारायण लागुरी समेत काफी संख्या में लोग शामिल थे. डाकघर की पहल सराहनीय, मिली राहत : मरीज. अस्पताल में भरती उलीगुटू निवासी पतोर जामुदा ने बताया कि उसके पास पांच सौ का एक नोट था. इस कारण उन्हें काफी परेशानी हो रही थी.
मंझारी के वैद्यनाथ कुंकल ने बताया कि उसके पास पांच-पांच सौ चार और एक-एक हजार के दो पुराने नोट लेकर इलाज कराने के लिए आये थे. नोट बंदी दवा नहीं खरीद पा रहे थे. उन्होंने बताया कि दवा दुकानदार ने उसे दवा नहीं दिया. इसके बाद से वह अस्पताल की दवा के ही भरोसा था. बताया कि डाकघर की पहल से बड़ी राहत मिली है. दो दिन बाद फिर जायेंगे अस्पताल : पोस्टमास्टर. चाईबासा शाखा के पोस्टमास्टर जगन्नाथ साव ने बताया कि चीफ पोस्टमास्टर के निर्देश पर नोट बंदी से मरीजों की हो रही परेशानी को देखते हुए सबसे पहले सदर अस्पताल के मरीजों से 500 और 1000 के पुराने नोट एक्सचेंज किया गया है.
उन्होंने बताया कि दो दिनों के बाद पुन: अस्पताल जाकर मरीजों से पुराने नोट बदले जायेंगे. उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन डाकघर में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट 2000 रुपये से एक्सचेंज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक के गाइड लाइन पर पुराने नोट मरीजों को दवा खरीदने के लिए बदला जा रहा है. बैंक में चार दिनों से कैश नहीं, लोग परेशान: जैंतगढ़. जैंतगढ़ बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच में चार दिनों से कैश नहीं हैंं. जिससे बैंक में नोट एक्सचेंज व निकासी का काम ठप है. लोग बैंक नोट बदलने व निकासी के लिए आते हैं. मगर खाली हाथ लौट जाते हैं.

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