मुर्गा देकर कपड़ा व चावल से सब्जी खरीद रहे ग्रामीण

ड्राई कैश, बाजार में चल रहा है सामान अदला-बदली का चलन नोटबंदी के बाद बाजार में नकल की किल्लत से बढ़ी परेशानी गरीब व अशिक्षित ग्रामीणों को हो रहा नुकसान जैंतगढ़ : बाजार में कैश की किल्लत ने बाजार को 50 वर्ष पूर्व के सिस्टम को अपनाने को विवश कर दिया है. कैश की किल्लत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2016 6:16 AM

ड्राई कैश, बाजार में चल रहा है सामान अदला-बदली का चलन

नोटबंदी के बाद बाजार में नकल की किल्लत से बढ़ी परेशानी
गरीब व अशिक्षित ग्रामीणों को हो रहा नुकसान
जैंतगढ़ : बाजार में कैश की किल्लत ने बाजार को 50 वर्ष पूर्व के सिस्टम को अपनाने को विवश कर दिया है. कैश की किल्लत के कारण लोग वनोत्पाद, धान, सब्जी, मुर्गा के बदले अन्य सामान ले रहे हैं. हाट बाजार में ये सिस्टम चल रहा है. इससे गरीब व अशिक्षित ग्रामीणों को नुकसान हो रहा है. कपड़ा दुकानदार टंगराजन ने बताया ग्राहक मुर्गा-मुर्गी देकर बदले में कपड़ा मांगते हैं. जरूरत नहीं रहने पर भी मुर्गा लेकर देना पड़ता है. कैश के अभाव में बाजार की स्थिति चरमरा गयी है. गीता तिरिया ने बताया कहा सब्जी के बदले चावल लेना पड़ रहा है. बाजार में पैसे की किल्लत है. खुदरा की समस्या है. हर कोई दो हजार का नोट दिखाता है.
श्रीनिवास तिरिया ने कहा कैश के अभाव में हम जरूरत की चीजें आपस में बदलकर काम चला लेते हैं. किसी न किसी को नुकसान सहना पड़ता है. अरुण महतो ने कहा सामान अदला बदली हमारी मजबूरी है. इसका लाभ अवसरवादी उठा रहे हैं. पर्याप्त मात्रा में कैश उपलब्ध होने से समस्या का निदान होगा.

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