सदस्यता रद्द की गयी, तो कोर्ट की शरण में जायेंगे

पार्षदों ने नप इअो व अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोरचा, कहा चक्रधरपुर : दर्जनों वार्ड पार्षदों ने नप के कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार व अध्यक्ष केडी साह के खिलाफ मोरचा खोल दिया है. वार्ड पार्षदों ने गुरुवार को वनविश्रामागार में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा कि नप भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. नप कार्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2016 5:34 AM

पार्षदों ने नप इअो व अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोरचा, कहा

चक्रधरपुर : दर्जनों वार्ड पार्षदों ने नप के कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार व अध्यक्ष केडी साह के खिलाफ मोरचा खोल दिया है. वार्ड पार्षदों ने गुरुवार को वनविश्रामागार में संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा कि नप भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. नप कार्यालय कार्यपालक पदाधिकारी व अध्यक्ष की मिली भगत से चल रहा है. विगत दिनों नगर पर्षद कार्यालय में होल्डिंग टैक्स की समीक्षा में लिखित पत्र देकर बुलाना चाहिए था, लेकिन विभाग के पलंबर द्वारा फोन कर रात के आठ बजे सूचना दी गयी.
विलंब से सूचना मिलने के कारण हम वार्ड पार्षद बैठक में उपस्थित नहीं हो सके. बैठक में उपस्थित नहीं होने के अगले दिन कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार ने बयान जारी कर कहा कि नगर पर्षद क्षेत्र में टैक्स रिवीजन के विरोध करने वाले पार्षदों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी. इसके लिए विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया है. टैक्स बढ़ोतरी का फैसला कैबिनेट का फैसला है. फैसले को नगर पर्षद बदल नहीं सकता है. विरोध करने वाले पार्षद अगले दो बैठक में उपस्थित नहीं होते हैं,
तो नगर पर्षद कानून के नियमानुसार उनकी सदस्यता रद्द करने की अनुशंसा की जायेगी. पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ न्यायालय का शरण लेंगे. वार्ड पार्षदों ने कहा कि आरोप लगाते हुए कहा कि नप में केवल युवतियों को बहाल किया जा रहा है, लेकिन उन्हें किस मद से बहाल किया गया है. इसकी जानकारी पार्षदों को नहीं दी जाती. जबकि कुछ माह पहले नप में कर्मचारियों की बहाली के लिए अखबारों में विज्ञापन दिया गया था. विज्ञापन के आधार पर अभ्यर्थियों से पांच-पांच सौ रुपये लेकर आवेदन जमा लिया गया, लेकिन किस अभ्यर्थियों की नियुक्ति की गयी. इसे प्रकाशित नहीं किया गया. इतना ही नहीं नप में होने वाले किसी भी कार्य में पारदर्शी नहीं है. बहाली हो, या अन्य सामग्रियों की खरीदारी. किसी में भी पारदर्शिता नहीं होती है. संवाददाता सम्मेलन में वार्ड पार्षद दिनेश कुमार जेना, सरोज कसेरा, रीना मुखी, लीला प्रसाद, विजय बर्मन, शंभु साव, बदरून निशा, निकु सिंह, प्रीति होरो, उपेंद्र रजक, जया दास, जेनीफर जबीं, राजा प्रसाद, अंजू देवी, शाहीन तबस्सुम मुख्य रूप से मौजूद थे.

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