मदनी की आमद, सरकार की आमद मरहबा…
पैगंबर हजरत माेहम्मद (सल्ल) के जन्मदिन पर निकला जुलूस-ए-माेहम्मदी, शिविर से बांटे गये खाने के सामान चक्रधरपुर : इस्लाम मजहब के पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाह अलैह व सल्लम की पैदाईश के अवसर पर चक्रधरपुर में ईद मिलादुन्नबी का त्योहार शांतिपूर्वक धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर बंगलाटांड, दंदासाई, अंसारनगर, मुजाहिदनगर, पापड़हाता, वार्ड 6, लोको, […]
पैगंबर हजरत माेहम्मद (सल्ल) के जन्मदिन पर निकला जुलूस-ए-माेहम्मदी, शिविर से बांटे गये खाने के सामान
चक्रधरपुर : इस्लाम मजहब के पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाह अलैह व सल्लम की पैदाईश के अवसर पर चक्रधरपुर में ईद मिलादुन्नबी का त्योहार शांतिपूर्वक धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर बंगलाटांड, दंदासाई, अंसारनगर, मुजाहिदनगर, पापड़हाता, वार्ड 6, लोको, चांदमारी, पोटका एवं देवगांव से जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया. सभी जुलूस में मदनी की आमद, सरकार की आमद मरहबा… के नारे लगा रहे थे. जुलूस मुहल्लों से निकल कर चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र पहुंचा. फिर राजबाड़ी रोड, एनएच-75, बाटा रोड, पोस्ट ऑफिस रोड आदि क्षेत्र का भ्रमण करते हुए उर्दू टाउन स्कूल के प्रांगण में इकट्ठा हुआ.
जहां एक कार्यक्रम होने के बाद सभी जुलूस वापस अपने गंतव्य की ओर लौट गया. मोहम्मद (स.) की मुहब्बत दे दिलों में. उर्दू स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान हाफिज सद्दाम हुसैन ने तिलावत ए कुरआन पाक से शुरूआत किये. मौलाना मो नसीम ने नाते रसूल पेश किया. इसके बाद हुजूर अकरम मोहम्मद (स) की शान में सलाम पेश किया गया. सभी उपस्थित लोग खड़े होकर पुरी अकीदत से कहे ताजदारे हरम ऐ शहंशाहे दीं तुम पे हर दम करोड़ों दुरूद व सलाम, हो निगाहे करम हम पे सुल्ताने दीं तुम पे हर दम करोड़ों दुरूद व सलाम. तत्पश्चात सामूहिक दुआ की गयी. एक नन्हा आशिक ए रसूल भी. जुलूस ए मोहम्मदी में यूं तो अनेकों तरह से सज धज कर आशिक ए रसूल पहुंचे थे. इनमें एक नन्हा आशिक भी था. जिसके हाथ में अलम (झंडा) और शरीर में धार्मिक रंगे में डूबा वस्त्र थे. जिसे लोग बड़ी चाहत से देख रहे थे. इसी तरह चांदमारी निवासी कल्लू खान बारह रबीउलअव्वल के दिन एक ही डंडे में 12 झंडे बांध कर जुलूस में शामिल हुए. उनके साथ सेल्फी लेने वालों की भीड़ लग गई.
हजारों की भीड़ उमड़ी. जुलूस ए मोहम्मदी में हजारों की भीड़ शामिल हुई. इनमें बुजुर्ग, युवा, बच्चे और बच्चियां भी थीं. जुलूस में शामिल लोग हाथों में बैनर, झंडा ले कर चल रहे थे. कोई धार्मिक रंगों में रंगी टोपी पहन रखा था तो कोई रिस्ट बैंड लगा रखा था. सभी अपने अपने अपने अंदाज में त्योहार का उमंग मना रहे थे.
वाहनों को भी खूब सजाया गया था. सभी मुहल्लों से जुलूस के साथ वाहन भी लाये गये थे. कई मुहल्लों ने वाहनों को काफी अकर्षक ढ़ंग से सजा रखा था. कई जुलूसों में बड़े बड़े डीजे साउंड लगे थे. जुलूस में शामिल लोग नार ए तकबीर अल्लाह हु अकबर, नार ए रिसालत या रसूल अल्लाह का नारा बुलंद कर रहे थे .
ग्रामीण क्षेत्र में भी निकला जुलूस ए मोहम्मदी. शहरी क्षेत्र के अलावे चक्रधरपुर के ग्रामीण क्षेत्र में भी जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया. चोंगासाई मैदान में आजादबस्ती, सिमिदीरी, पारसाई और मंडलसाई का जुलूस इकट्ठा हुआ. जहां काफी देर तक तकरीर का सिलसिला चला. नात पढ़ी गई, सलाम पेश किया गया और दुआ के बाद शीरीनी तकसीम की गयी. जुलूस में शामिल लोगों पर फूलों की बारिश. जुलूस ए मोहम्मदी जिस जिस रास्ते से गुजरा, उस रास्ते में सैंकड़ों लोग जुलूस में शामिल लोगों पर फूलों की बारिश करते रहे. कहीं गुलाब का पानी छिड़का गया तो कहीं खुशबू लगा कर जुलूस का स्वागत किया गया. जुलूस के साथ विधि व्यवस्था बहाल रखने के लिए पुलिस बल भी चल रही थी.
मन की आस्था को मजबूत करें : एडीएम
ईद मिलादुन्नबी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी दिव्यांशु झा ने कहा कि हर आदमी धर्म को मानता है और उसका पालन करता है. इसे करना भी चाहिए, लेकिन इसके साथ मन की आस्था को भी मजबूत करने की जरूरत है. क्योंकि जिस दिन सबों का मन ठीक हो जायेगा, उस दिन धर्म की दूरी खत्म हो जायेगी. उन्होंने कहा कि धर्म के साथ-साथ सामाजिक दायित्व का भी निर्वाह करें.
इंसानियत हमारा मजहब : एसडीपीओ
एसडीपीओ अमन कुमार ने कहा कि हम पहले भारतीय हैं, बाद में हिंदू या मुस्लिम धर्म के हैं. इसलिए हमारा पहला मजहब इंसानियत है. हम सबों को मिल कर इंसानियत की सेवा करने की आदत डालने की जरूरत है.