किरीबुरू-मेघाहातुबुरू : सेल अधिकारी के बयान की निंदा
दूसरे क्षेत्र के ठेका श्रमिकों को अपनी खदान में जगह नहीं’ बयान के विरोध में 27 को प्रबंधन से मिलेंगे ठेकेदार किरीबुरू : सेल के एक उच्च अधिकारी ने बीते 23 जनवरी को ठेकेदारों के साथ अहम बैठक की. इसमें ठेका श्रमिक व ठेकेदारों की समस्या पर चर्चा के दौरान सेल अधिकारी ने साफ कहा […]
दूसरे क्षेत्र के ठेका श्रमिकों को अपनी खदान में जगह नहीं’
बयान के विरोध में 27 को प्रबंधन से मिलेंगे ठेकेदार
किरीबुरू : सेल के एक उच्च अधिकारी ने बीते 23 जनवरी को ठेकेदारों के साथ अहम बैठक की. इसमें ठेका श्रमिक व ठेकेदारों की समस्या पर चर्चा के दौरान सेल अधिकारी ने साफ कहा कि हम सेल के दूसरे खदान क्षेत्र में रहने वाले ठेका श्रमिकों को अपनी खदान में स्थान नहीं देंगे. इस बयान का किरीबुरू-मेघाहातुबुरू में लोग निंदा कर रहे हैं. ज्ञात हो कि किरीबुरू और मेघाहातुबुरू खदान का लीज, अस्पताल, गेस्ट हाउस और विद्यालय एक है. दोनों खदानों की टाउनशिप का प्रवेश गेट एक ही है. एेसे में मजदूरों को एक-दूसरे खदानों में काम से रोकने को गलत बताया जा रहा है.
स्थानीय लोगों के अनुसार दोनों खदान वर्तमान में ठेका मजदूर के बदौलत चल रही है. दोनों खदानों में लगभग एक हजार ठेका श्रमिक हैं. यह स्थायी कर्मचारियों से अधिक है. सेल अधिकारी द्वारा बैठक में इस तरह के बयान के विरोध में ठेकेदार 27 जनवरी को सेल प्रबंधन से वार्ता करने जाने वाले हैं. शहर के कुछ अधिकारी व सेलकर्मी ने बताया कि दोनों खदान के महाप्रबंधक पहले एक होते थे. सेलकर्मी अपनी सुविधा अनुसार किसी भी खदान में कार्य करते हों, लेकिन आवास कहीं भी ले सकते थे. दोनों खदानों के टाउनशिप का प्रवेश गेट आज भी एक है. पहले गणतंत्र दिवस किरीबुरू में और स्वतंत्रता दिवस मेघाहातुबुरू में सामूहिक रूप से इसलिए मनाया जाता था कि दोनों खादान व कर्मचारी एक हैं. आज भी खदान सुरक्षा सप्ताह एक वर्ष किरीबुरू में तो, दूसरे वर्ष मेघाहातुबुरू में मनाया जाता है.