पीड़िताअों ने कहा-एक घंटे तक युवक करते रहे मनमानी
चक्रधरपुर : रिलिवर चर्च कार्यकर्ता मिशन अभियान (एनजीओ) संस्था की पांच युवतियों के साथ बलात्कार करने के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार चार युवकों को पुलिस ने जेल भेज दिया है. चक्रधरपुर महिला थाना कांड संख्या 1/17 के तहत पीड़िता के बयान पर राजापारम गांव के बुधन, सानगी, तियु व पिंटू के खिलाफ मामला दर्ज […]
चक्रधरपुर : रिलिवर चर्च कार्यकर्ता मिशन अभियान (एनजीओ) संस्था की पांच युवतियों के साथ बलात्कार करने के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार चार युवकों को पुलिस ने जेल भेज दिया है. चक्रधरपुर महिला थाना कांड संख्या 1/17 के तहत पीड़िता के बयान पर राजापारम गांव के बुधन, सानगी, तियु व पिंटू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पांचों पीड़िता ने बताया कि शनिवार रात करीब दो बजे छत से चार युवक उनके कमरे में घुस आये. पांचों युवतियां सोयी हुई थीं. इसके बाद जैसे ही नींद खुली चार युवकों को कमरे में देखकर युवतियां डर गयीं. चारों युवकों ने युवतियों को शोर नहीं मचाने की चेतावनी देते हुए जैसा बोल रहे है वैसा करने की बात कही. इसके बाद चारों युवतियों से दुष्कर्म का प्रयास करने लगे, जिसका विरोध करने पर युवकों ने उनके साथ मारपीट भी की. घूंसा व थप्पड़ से रांची व गुमला से आयीं युवतियों को काफी चोटें आयीं. युवतियों ने बताया कि करीब एक घंटे तक युवकों ने उनके साथ मनमानी की. कपड़े फाड़ दिये और अश्लील हरकतें करने लगे. पीड़ित युवतियों ने पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
दो पीड़ितों की हुई मेडिकल जांच :
महिला थाना प्रभारी लक्ष्मी कुमारी ने बताया कि पीड़िता द्वारा लिखित आवेदन देने के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. युवतियों के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया गया है. बयान के मुताबिक आरोपियों ने पांचों युवतियों को डरा-धमका कर जबरदस्ती की है. रांची व गुमला की दो युवतियों की मेडिकल जांच करायी गयी है.
मची भगदड़ : जाम स्थल पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करते ही भगदड़ मच गयी. ग्रामीण इधर-उधर भागने लगे. इस दौरान कई ग्रामीण महिलाएं भागने के क्रम में गिर पड़ी.
ग्रामीणों ने कहा
डीएनए टेस्ट करायी जाये
ग्रामीणों का कहना है कि पांचों युवतियां व स्वयंसेवी संस्था के पदाधिकारी के दबाव में आकर निर्दोष युवकों को फंसाया जा रहा है. गिरफ्तार किये गये चार युवकों में से दो युवकों का पैर टूटा हुआ है. एेसे में वे कैसे छत के ऊपर से कूद कर घर में प्रवेश कर सकते हैं. साथ ही ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि उस वक्त अंधेरा था, तो कैसे पहचान किया कि ये वही युवक हैं. पुलिस को मामले की पूरी जांच के बाद ही कार्रवाई करनी चाहिए थी. ग्रामीण सभी को निर्दोष होने की बात कही. ग्रामीणों में पुलिस की इस कार्रवाई के प्रति काफी आक्रोश देखा जा रहा है. ग्रामीण युवती व युवक का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की.