चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिले में सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन के मुद्दे पर नक्सली आंदोलन को हवा दे रहे हैं. नक्सली संगठन ग्रामीण इलाकों में इसे लेकर क्रांति की अपील कर रहे हैं. संगठन के लोग अगले कुछ दिनों में सीएनटी संशोधन मुद्दे पर व्यापक स्तर पर विरोध की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं. झारखंड-ओड़िशा […]
चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिले में सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन के मुद्दे पर नक्सली आंदोलन को हवा दे रहे हैं. नक्सली संगठन ग्रामीण इलाकों में इसे लेकर क्रांति की अपील कर रहे हैं. संगठन के लोग अगले कुछ दिनों में सीएनटी संशोधन मुद्दे पर व्यापक स्तर पर विरोध की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं. झारखंड-ओड़िशा के सीमावर्ती नक्सल प्रभावित इलाकों से ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं. सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन को लेकर मचे राजनीतिक घमसान के बीच सीएनटी-एसपीटी आंदोलन की इस प्रकृति को लेकर सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं.
सीएनटी-एसपीटी से जुड़ी सूचनाएं मिलने के बाद अब पुलिस के आलाधिकारी कोल्हान के दूसरे जिलों के अलावा दूसरे प्रमंडलों से संबंधित इनपुट तलाशने का प्रयास कर रहे हैं. सीएनटी एक्ट में संशोधन को लेकर हो रहे आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद लक्ष्मण गिलुवा लगातार अदृश्य शक्तियों की ओर इशारा कर रहे हैं.
नक्सल गतिविधियों में हुआ इजाफा
संगठन ने पिछले दो माह के भीतर अपनी गतिविधि जिले में काफी तेज कर दी है. इस बीच संगठन की ओर से कई घटनाओं को अंजाम देकर अपनी ताकत को दिखाने की कोशिश की गयी है. पिछले दिनों पुलिस ने चाईबासा जेल में बंद कुछ बड़े नक्सलियों का फोन टेप किया था. इसमें उनके द्वारा अपने आलाधिकारियों के साथ नये आंदोलन की बात किये जाने की बात सामने आयी थी. हालांकि उस समय यह साफ नहीं हो पाया था कि सीएनटी एक्ट जैसे मुद्दे पर भी संगठन गंभीर है. हाल के कुछ दिनों में इन बड़े नक्सली नेताओं को रिमांड पर लेकर सुरक्षा एजेंसियों की ओर से पूछताछ भी की गई है. लेकिन दस्ते से संबंधित कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है.