चाईबासा : कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम तथा सरायकेला-खरसावां के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) और जिला शिक्षा अधीक्षक के परफॉर्मेंस का मूल्यांकन होगा. जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम के आधार पर मूल्यांकन होगा. एक तरह से तीनों डीइओ व डीएसइ का वार्षिक अप्रेजल होगा. मैट्रिक, इंटरमीडिएट तथा […]
चाईबासा : कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम तथा सरायकेला-खरसावां के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) और जिला शिक्षा अधीक्षक के परफॉर्मेंस का मूल्यांकन होगा. जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम के आधार पर मूल्यांकन होगा. एक तरह से तीनों डीइओ व डीएसइ का वार्षिक अप्रेजल होगा. मैट्रिक, इंटरमीडिएट तथा प्राइमरी व प्राथमिक लेबल का मूल्यांकन परीक्षा संपन्न होने के बाद अप्रैल में होगा.
कोल्हान आरडीडीइ अरविंद विजय बिलुंग मूल्यांकन करेंगे. पूर्वी सिंहभूम का मूल्यांकन सबसे पहले होगा. परीक्षा परिणाम बेहतर नहीं आने, स्कूलों में गुणत्तापूर्ण शिक्षा नहीं होने पर शिक्षकों के इंक्रीमेंट पर रोक लगेगी. सुविधाएं मिलने के बाद बेहतर रिजल्ट नहीं देने के कारण कार्रवाई होगी. अप्रैल से मूल्यांकन क्यों :पश्चिमी सिंहभूम में शिक्षकों को पदोन्नति देने का कार्य प्रक्रिया में है. सरायकेला-खरसावां में भी पदोन्नति देने का कार्य चल रहा है. इस कारण पहले शिक्षकों को उनकी सेवाशर्त के अनुसार पहले पदोन्नति और अन्य सुविधाएं दी जायेंगी. सुविधाएं देने के बाद उनसे रिजल्ट के आधार पर स्कूल के प्रोग्रेस के आधार पर उनका मूल्यांकन होगा. पूर्वी सिंहभूम में शिक्षकों को पदोन्नति देने का कार्य पूर्ण हो गया है. सेवाशर्त लगभग पूरी चल रही है. इस कारण पूर्वी सिंहभूम का मूल्यांकन सबसे पहले होगा.
बच्चों का परीक्षा परिणाम होगा मूल आधार
प्राथमिक व प्राइमरी स्तर पर बच्चों का परीक्षा परिणाम देखा जायेगा. बच्चों ने मूल्यांकन परीक्षा में किस तरह का प्रदर्शन किया है. विभिन्न क्लास के बच्चों का बौद्धिक स्तर क्या है. स्कूलों में शौचालय, बेंच-डेस्क, साफ-सफाई की क्या व्यवस्था है. शिक्षकों की स्कूलों में उपस्थिति, बायोमीट्रिक से हाजिरी बनाना इन सभी की जांच होगी. वहीं मैट्रिक व इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम, हाई स्कूलों के बच्चों का हाई स्कूल स्तर का बौद्धिक ज्ञान, स्कूल में शैक्षणिक माहौल, छात्र-छात्राओं में विषय की समझ से मूल्यांकन होगा. बेहतर परिणाम वाले जिले के डीइओ व डीएसइ को प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय रैंकिंग से नवाजा जायेगा. परिणाम सही नहीं है, इसका मतलब, डीइओ, डीएसइ ने मॉनीटरिंग सही से नहीं की. डीइओ व डीएसइ को जवाबदेह बनाने के लिए मूल्यांकन हो रहा है.
कोल्हाल के तीनों जिले के डीइओ व डीएसइ के परफॉर्मेंस का मूल्यांकन होगा. शिक्षा के स्तर, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, परीक्षा परिणाम आदि के आधार पर मूल्यांकन होगा. खराब परफॉर्मेंस वाले स्कूलों के शिक्षकों का इंक्रीमेंट नहीं होगा. – अरविंद विजय बिलुंग, आरडीडीइ, कोल्हान