सीएनटी संशोधन मंजूर नहीं
आदिवासी समन्वय समिति की आमसभा,वक्ताओं ने कहा मनोहरपुर : मनोहरपुर प्रखंड के सारंडा अंतर्गत लाइलोहर में सीएनटी एक्ट संशोधन के खिलाफ तथा वनाधिकार पर आदिवासी समन्वय समिति के तत्वावधान में आमसभा की गयी. उक्त आमसभा में सागजुड़ी,पंचपहिया, मकरंडा, रायकापाट, रवंगदा के ग्रामीणों ने हिस्सा लिया. बैठक की अध्यक्षता लाइलोहर के मुंडा मनोहर किंबो ने की. […]
आदिवासी समन्वय समिति की आमसभा,वक्ताओं ने कहा
मनोहरपुर : मनोहरपुर प्रखंड के सारंडा अंतर्गत लाइलोहर में सीएनटी एक्ट संशोधन के खिलाफ तथा वनाधिकार पर आदिवासी समन्वय समिति के तत्वावधान में आमसभा की गयी. उक्त आमसभा में सागजुड़ी,पंचपहिया, मकरंडा, रायकापाट, रवंगदा के ग्रामीणों ने हिस्सा लिया. बैठक की अध्यक्षता लाइलोहर के मुंडा मनोहर किंबो ने की. सभा में बतौर मुख्य अतिथि सह आसस के संयोजक सुशील बारला ने कहा कि राज्य सरकार जनभावना के खिलाफ सीएनटी अधिनियम में संशोधन कर रही है. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज विकास विरोधी नहीं है,परंतु समाज का विकास आदिवासी समाज के अवधारणा के अनुरुप हो ना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सीएनटी एक्ट की धारा 21 पर हमारा विरोध है. उन्होंने कहा कि अब तक जो भी संशोधन हुए उसमें प्रकृति बदलने जैसी बात नहीं थी. झारखंड आंदोलनकारी मंगल किंबो ने कहा कि समुदाय की परती जमीन को सरकार भूमि बैंक में डालकर पूंजीपतियों को बांटना चाहती है. जिसका हम विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि कि जमीन बचाने के लिये गोली खानी पड़ी,जेल जाना पड़े, तो जायेंगे. लेकिन सीएनटी में संशोधन नहीं होने देंगे. वनाधिकार समिति के अध्यक्ष सोमा होनहागा ने कहा कि जल जंगल जमीन हमारी पहचान है.हमें इसको बचाना ही है.सभा को मनोहर भुइयां, संजय किंबो,किशोर गुड़िया,सुनिता बाहंदा,करमा केरकेट्टा आदि ने संबोधित किया. आमसभा में सनिका गुड़िया, मुगली किंबो, एतवारी बाहंदा, मेंजो किंबो, बेनेदिक लुगून आदि ग्रामीण उपस्थित थे.सभा का संचालन सुरेंद्र बाहंदा ने किया.