आनंदपुर में गहराने लगा है जल संकट

आनंदपुर : गरमी के दस्तक देते ही आनंदपुर के नदी-नालों का प्रवाह थमने लगा है. प्रखंड का सांपु नाला समेत बोड़ेता, बोमड़ी, तुलुंडा, सारंगा, गोयराबेड़ा, खटंगबेड़ा समेत आसपास के पहाड़ी नाले सुखने के कगार हैं. इनमें से सांपु नाला में ग्रामीणों द्वारा जगह-जगह मिट्टी की घेराबंदी कर पानी का जमाव तो किया गया है, लेकिन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2017 5:44 AM

आनंदपुर : गरमी के दस्तक देते ही आनंदपुर के नदी-नालों का प्रवाह थमने लगा है. प्रखंड का सांपु नाला समेत बोड़ेता, बोमड़ी, तुलुंडा, सारंगा, गोयराबेड़ा, खटंगबेड़ा समेत आसपास के पहाड़ी नाले सुखने के कगार हैं. इनमें से सांपु नाला में ग्रामीणों द्वारा जगह-जगह मिट्टी की घेराबंदी कर पानी का जमाव तो किया गया है, लेकिन यह भी नाकाफी साबित हो रहा है.

वहीं प्रखंड के अधिकांश कुएं, तालाब एवं चापाकल भी जवाब देने लगे हैं. ग्रामीण नालाें के किनारे चुआं खोद कर किसी तरह से अपनी प्यास बुझा रहे हैं. आनंदपुर शहरी क्षेत्र का रानी तालाब भी वर्षों से जीर्णोद्धार के अभाव में सूखने लगा है. इधर, प्रखंड प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी गयी शिकायत पुस्तिका करीब 100 चापाकलों के खराब होने की सूचना दर्ज की जा चुकी है. इस संबंध में पीएचइडी के जेइ मंगलसिंह बाहंदा ने कहा कि प्राथमिकता के साथ चापाकलों की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है.

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