खराब थे एमटीसी के एसी, पसीने से तर बतर थीं गवर्नर, शिशुआें का हाल बेहाल

राज्यपाल के निरीक्षण के दौरान खुला था एसी का कवर भीषण गरमी में बिना एसी के रह रहे कुपोषित बच्चे चाईबासा : राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू के कुपोषण उपचार केंद्र (एमटीसी) के निरीक्षण से स्वास्थ्य विभाग की पोल खुल गयी. जिस एमटीसी का राज्यपाल निरीक्षण कर रही थीं, उसके शिशु वार्ड में लगे सभी पांचों एसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2017 4:09 AM

राज्यपाल के निरीक्षण के दौरान खुला था एसी का कवर

भीषण गरमी में बिना एसी के रह रहे कुपोषित बच्चे
चाईबासा : राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू के कुपोषण उपचार केंद्र (एमटीसी) के निरीक्षण से स्वास्थ्य विभाग की पोल खुल गयी. जिस एमटीसी का राज्यपाल निरीक्षण कर रही थीं, उसके शिशु वार्ड में लगे सभी पांचों एसी खराब थे. एसी नहीं चलने के कारण राज्यपाल पसीने से तर-बतर हो रही थीं. एमटीसी में भर्ती बच्चों को फल की टोकरियां देने के दौरान राज्यपाल के माथे से पसीना टपक रहा था. प्रवेश गेट के दायीं ओर स्थित जिस शिशु वार्ड में राज्यपाल बच्चों को फल दे रही थीं,
उसमें लगे एसी का कवर खुला था जिससे साफ जाहिर हो रहा था कि एसी बंद है. इससे वहां भर्ती महिलाआें व नवजातों की स्थिित का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है.
20 दिन से बंद है एमटीसी के पांचों एसी. एमटीसी के सभी वार्डों में लगे पांचों एसी 20 दिनों से खराब हैं. भीषण गरमी में भी बिना एसी के ही बच्चों का इलाज किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि खराब एसी को ठीक करने के लिए भेजा गया है.
एमटीसी में कमजोर बच्चों का होता है इलाज
जन्म से ही कमजोर बच्चों के इलाज के लिए बनाये गये एमटीसी में कुल 40 बेड हैं. विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों व अन्य क्षेत्रों से चिह्नित कुपोषित बच्चों का इलाज भी वहां किया जाता है. इलाज के साथ-साथ पोषक आहार दिया जाता है. बच्चों का पालन-पोषण करने वाली मांओं को भी राशि दी जाती है.
एमटीसी के पांचों एसी खराब हो गये हैं. सभी 15 दिनों से बंद हैं. एसी को ठीक कराने के लिए जमशेदपुर भेजा गया है. समय पर बनकर नहीं आने के कारण एसी को नहीं लगाया जा सका. इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को भी दी गयी.
डाॅ जगन्नाथ हेंब्रम, प्रभारी, एमटीसी, चाईबासा

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