रेडी टू मूव पोजिशन में तैनात रहेंगे एसटीएफ-सीआरपीएफ के जवान

सुकमा.नक्सली हमले के बाद पश्चिम सिंहभूम जिले के थानों में हाई अलर्ट अर्द्धसैनिक बल को अत्याधुनिक हथियारों से किया लैस सारंडा-पोड़ाहाट थानों में सतर्क रहने का निर्देश चाईबासा : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिंतागुफा थाने के बुरकापाल में नक्सली हमले में 26 जवानों के शहीद होने के बाद पश्चिम सिंहभूम जिले में हाई अलर्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2017 5:43 AM

सुकमा.नक्सली हमले के बाद पश्चिम सिंहभूम जिले के थानों में हाई अलर्ट

अर्द्धसैनिक बल को अत्याधुनिक हथियारों से किया लैस
सारंडा-पोड़ाहाट थानों में सतर्क रहने का निर्देश
चाईबासा : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिंतागुफा थाने के बुरकापाल में नक्सली हमले में 26 जवानों के शहीद होने के बाद पश्चिम सिंहभूम जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. इस बीच एसपी ने एएसपी, डीएसपी हेडक्वार्टर, एसडीपीओ के साथ जिले में चल रही नक्सली गतिविधियों की समीक्षा की. एसपी ने जिले के नक्सल प्रभावित सारंडा, पोड़ाहाट, कोल्हान के अंतर्गत आने वाले थानों तथा पुलिस कैंपों में विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है.
खासकर दूसरे राज्य व जिलों के सीमा से सटे सारंडा व पोड़ाहाट इलाकों में अक्सर नक्सली मूवमेंट देखी जाती रही है. इन इलाकों में हालिया दिनों में भी नक्सलियों की मूवमेंट बनी हुई है. जिसके कारण इन दोनों क्षेत्रों में पड़ने वाले थाने व कैंपों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही सीआरपीएफ 197, 174 व 60 बाटलियन को स्टैंडबाय पोजिशन में रहने का एसपी ने निर्देश जारी किया है, ताकि किसी भी प्रकार की सूचना मिलने के 20 मिनट के भीतर इन्हें उस इलाके में मूव कराया जा सके. अर्द्धसैनिक बलों को पूरी तरह अत्याधुनिक हथियारों व सुरक्षा कवच से लैस कर दिया गया है. सीआरपीएफ के अलावा एसटीएफ को रेडी टू मूव पोजिशन में रखा गया है.
110 किलोमीटर का है नक्सलियों का रेड कॉरिडोर: पश्चिम सिंहभूम जिले का लगभग 110 किलोमीटर इलाका नक्सलियों का रेड कॉरिडोर माना जाता है. इन इलाकों में नक्सलियों का हमेशा आना-जाना होता है. इनमें सारंडा, कोल्हान व पोड़ाहाट का वन क्षेत्र शामिल है. नक्सलियों के लिये कोल्हान का इलाका बेहद महफूज माना जाता है. अब तक यहां कैंप नहीं लग पाने के कारण नक्सलियों के विरुद्ध मोर्चा लेना यहां पुलिस के लिए बेहद कठिन माना जाता है. इसके अलावा सारंडा की सीमा जहां ओड़िशा से सुंदरगढ़ जिले से सटा हुआ है. वहीं पोड़ाहाट का इलाका झारखंड के खूंटी जिले से सटा हुआ है.
पुलिस के अभियान से नक्सलियों में बौखलाहट
हालिया दिनों में पुलिस द्वारा चलाये गये अभियान से नक्सलियों में बौखलाहट है. पिछले दिनों पुलिस ने कोल्हान के जंगलों में संदीप दा को चार दिनों तक घेर कर रखा था. हालांकि वह बच निकलने में कामयाब रहा. इसके अलावा शीर्ष माओवादी नेता जुनास कांडुलना को पुलिस समर्पण कराने में कामयाब रही थी. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिंतागुफा थाने के बुरकापाल इलाके में नक्सलियों ने सोमवार को घात लगाकर सीआरपीएफ के 26 जवानों की हत्या कर दी. सीआरपीएफ की 74 वीं बटालियन के जवान लोकल पुलिस के साथ उस इलाके में पेट्रोलिंग पर थे. नक्सलियों ने आइइडी से पहले ब्लास्ट किया व मोरचा संभालने से पूर्व अत्याधुनिक हथियारों से जवानों पर हमला बोल दिया.

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