रंगदारी नहीं देने पर उपप्रमुख ने फंसाया

अधिकारी पंचायत के वार्ड सदस्य ने एसपी से की शिकायत, कहा चाईबासा : मेरे पति बिरेंची चातार को मनरेगा तालाब में जेसीबी चलाने के झूठे आरोप में फंसाया गया है. यह पूरा षड़यंत्र मझगांव प्रखंड के उपप्रमुख अजीम अख्तर और अधिकारी पंचायत के पंचायत समिति सदस्य के पति अशोक राउत की है. उक्त आरोप मझगांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 1, 2017 1:34 AM

अधिकारी पंचायत के वार्ड सदस्य ने एसपी से की शिकायत, कहा

चाईबासा : मेरे पति बिरेंची चातार को मनरेगा तालाब में जेसीबी चलाने के झूठे आरोप में फंसाया गया है. यह पूरा षड़यंत्र मझगांव प्रखंड के उपप्रमुख अजीम अख्तर और अधिकारी पंचायत के पंचायत समिति सदस्य के पति अशोक राउत की है.
उक्त आरोप मझगांव प्रखंड के अधिकारी पंचायत के वार्ड आठ के वार्ड सदस्य टुरी चातार ने लगायी है. इस संबंध में उन्होंने एसपी को लिखित शिकायत की है. जिसमें कहा कि 23 अप्रैल की रात 11 दोनों उसके घर आये थे. उन्होंने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया. जाति सूचक गाली देते हुए पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी. पंचायत समिति सदस्य के पति अशोक राउत के घातक हथियार के बल पर उससे दो लाख रुपये की रंगदारी मांगी.
मना करने पर मनरेगा तालाब में जेसीबी चलाने के आरोप में उसके पति को फंसाने की धमकी देने लगे. उसने डर कर बैंक ऑफ ररूवां का एक लाख का चेक उन्हें दे दिया. 24 अप्रैल की शाम को पुन: अशोक राउत ने फोन कर बाकी का एक लाख रुपया रंगदारी मांगने लगा. उसने इसमें असमर्थता जताने पर उन्होंने उसके पति को मनरेगा तालाब में जेसीबी चलाने के आरोप में फंसा दिया.
परिवार को जान से मारने की मिल रही धमकी:टुरी चातार ने आरोप लगाते हुये कहा कि दोनों के द्वारा लगातार उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है. उन्हें दिये गये चेक को बाउंस कराकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी धमकी दी जा रही है.
इस संबंध में मझगांव थाने में शिकायत किये जाने के बावजूद पुलिस उन लोगों को मदद नहीं कर रही है. उन्होंने शिकायत में उल्लेख किया है कि जिस मनरेगा तालाब में जेसीबी चलाने की शिकायत हुयी है. 100 गुणे 100 का यह तालाब अधिकारी पंचायत के बेजोसाई टोला के कमल पिंगुवा के जमीन पर बन रहा है. योजना का मेट मनीषा चातार है.
रात को जेसीबी से मनरेगा तालाब खुदवाया जाने की शिकायत मिलने पर वे अपनी पत्नी तथा उप प्रमुख के साथ घटनास्थल गये थे. शिकायत सही पाये जाने पर इसकी जानकारी बीडीओ को दी गयी थी. बीडीओ व अन्य अधिकारियों ने भी जांच में इसे सही पाया था. अब एफआइआर की बात आयी तथा वार्ड सदस्य के पति उसमें फंसते दिखे तो उन्हें वह फंसाना चाह रही है. रंगदारी मांगने की बात सरासर गलत है.
अशोक राउत, पंसस पति
बेजोसाई टोला में जेसीबी से
मनरेगा तालाब की खुदाई की शिकायत मिलने पर जांच की गयी तो इसे सही पाया था. जिसकी जानकारी बीडीओ को दिये जाने पर इस ममले में उनके द्वारा एएफआइआर किये जाने की बात कही गयी है. जांच रिपोर्ट देने के कारण उन्हें फंसाने के लिये झूठा आरोप लगाया जा रहा है.
अजीम अख्तर, उप प्रमुख, मझगांव प्रखंड

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