किसानों ने रेत से पानी निकाल बचायी खेती

क्षेत्र की जीवन रेखा गाड़ा नदी सूखने से जीविका पर थी आफत चंदा कर अपने खर्च से नदी में गड्ढा कर सिंचाई के निकाला पानी रोलाडीह व लोवाहातु के किसानों ने अपनी समस्या का खुद किया समाधान तांतनगर : सिंचाई के लिए पानी की कमी होने पर तांतनगर प्रखंड के किसानों ने कड़ी मेहनत व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2017 6:39 AM
क्षेत्र की जीवन रेखा गाड़ा नदी सूखने से जीविका पर थी आफत
चंदा कर अपने खर्च से नदी में गड्ढा कर सिंचाई के निकाला पानी
रोलाडीह व लोवाहातु के किसानों ने अपनी समस्या का खुद किया समाधान
तांतनगर : सिंचाई के लिए पानी की कमी होने पर तांतनगर प्रखंड के किसानों ने कड़ी मेहनत व पक्का इरादे से रेत से पानी निकाल अपनी पारंपरिक खेती बचायी. दरअसल तांतनगर प्रखंड की लाइफ लाइन गाड़ा नदी भीषण गरमी के कारण सूख गयी है. इससे किसानों के समक्ष स्थिति विकट हो गयी. मौसमी फसल व साग-सब्जी ऊगा कर जीविका चलाने वाले रोलाडीह व लोवाहातु के किसानों को कुछ सूझ नहीं रहा था. सरकार और प्रशासन से मदद की गुहार लगा कर थक चुके रोलाडीह के परगना बारी, गोपाल बोदरा, मंगल कालुन्डिया, लंडू कालुन्डिया व बीरेंद्र कालुन्डिया और लोवाहातु के नारायण बारी, मुकरू सामड, गिन्दरू गोप व बेतो सोरेन आदि किसानों ने अपनी समस्या का समाधान खुद करने की ठान ली.
किसान चंदा कर नदी के कई जगहों में जेसीबी से खुदाई कर सिंचाई के लिए पानी का प्रबंध कर रहे हैं. जेसीबी मशीन 900 रुपये प्रति घंटे की हिसाब से 18 घंटे खुदाई की. इसके बाद सिंचाई योग्य पानी का इंतजाम हुआ. पूर्व मुखिया शैलेंद्र पूर्ति आदि ने इस कार्य में सहयोग किया.

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