नोवामुंडी : साहब! स्कूल के बाहर खेल रहे ये बच्चे सिर्फ मिड डे मील के लिए आते हैं. शिक्षिका सुखमती लागुरी एक सप्ताह से स्कूल नहीं आ रही हैं. बच्चों की पढ़ाई चौपट है. माता समिति के सदस्य बच्चों को मिड डे मील खिलाकर चली जाती हैं. उक्त बातें एसएमसी के उपाध्यक्ष मथुरा चतोंबा ने कहीं. शिक्षा की ऐसी दुर्दशा दरअसल नोवामुंडी प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय कुदापी की है. गुरुवार की सुबह करीब 7:15 बजे प्रभात खबर की टीम स्कूल में पहुंची,
तो स्कूल आये 8-10 बच्चे बाहर खेल रहे थे. कुछ देर बाद वहां एसएमसी के उपाध्यक्ष मथुरा चतोंबा पहुंचे. उन्होंने कहा किसका इंतजार कर रहे हैं. विद्यालय में पदस्थापित शिक्षिका एक सप्ताह से नहीं आ रही हैं. वह रजिस्टर अपने पास रखती हैं. समिति को देखने तक नहीं देती हैं. कभी भी समय पर स्कूल आती-जाती नहीं है. शिक्षिका के खिलाफ शिकायत की गयी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.
स्कूल में पढ़ाई नहीं होती, इसलिए बच्चे नहीं आते
श्री चतोंबा ने बताया कि स्कूल में नामांकित करीब 53 बच्चों का भविष्य भगवान भरोसे हैं. स्कूल में पढ़ाई नहीं होती है. इसके कारण स्कूल में बच्चे पढ़ना नहीं चाहते हैं. ग्रामीण बच्चों को पढ़ाने वाला शिक्षक की मांग करते हैं. हमारी सुनने वाला कोई नहीं है. बच्चों का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है. यह खिचड़ी स्कूल बन कर रह गया है.
बीइइओ ने सीआरसी को लगायी फटकार, सूचना क्यों नहीं दी
इस संबंध में बीइइओ चित्ररेखा देवी ने कहा कि शिक्षिका की छुट्टी पर रहने की सूचना उन्हें नहीं है. इसकी जानकारी होने पर उन्होंने सीआरसी की क्लास ली. उन्होंने कहा कि समय पर सूचना मिल गयी होती, तो विद्यालय में पढ़ाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाती. बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होती. एकल शिक्षक वाले विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों को अवकाश में जाने से पूर्व सूचना बीआरसी को देने का निर्देश दिया.
स्कूल के बाहर खेल रहे थे 8-10 बच्चे, स्कूल में लगा था ताला
माता समिति की सदस्य एमडीएम खिलाकर चली जाती है
समय पर स्कूल खुले व बंद नहीं हुए, तो कार्रवाई : बीइइओ
बीइइओ चित्ररेखा देवी ने समय पर विद्यालय खोलने व बंद करने का सख्त निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि लगातार शिकायत मिल रही है कि कुछ विद्यालयों के शिक्षक समय पर स्कूल नहीं खोलते हैं. वहीं जल्द बंद करते हैं. मार्निंग क्लास में सुबह छह बजे स्कूल खुलेगी और 11.30 बजे बंद होगी.
तबीयत खराब है, विद्यालय नहीं जा पा रही : शिक्षिका
स्कूल में पदस्थापित एकमात्र शिक्षिका सुखमती लागुरी ने बताया कि बीते दो मई को अचानक तबीयत खराब हो गयी. इसके कारण विद्यालय नहीं जा रही हैं. इसकी सूचना एसएमसी अध्यक्ष को लिखित दी. सीआरसी को भी मोबाइल से सूचना दी गयी. बीइइओ को सूचना नहीं दी थी, क्योंकि पारा शिक्षकों को छुट्टी मुखिया स्वीकृत करते हैं.