चक्रधरपुर-टाटा के बीच नहीं चली इस्पात

चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल के हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग स्थित सीनी-महालीमोरुप और बड़ाबांबो-चक्रधरपुर स्टेशन के बीच मेगा ब्लॉक लेकर मानव रहित समपार फाटक (संख्या 157, 158, 169 व 170) पर लो हाइट सब-वे (एलएचएस) अंडरपास बनाने का काम पूरा किया गया. इस दौरान चारों समपार फाटक बंद रहा. मेगा ब्लॉक को लेकर कई ट्रेनें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2017 4:56 AM

चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल के हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग स्थित सीनी-महालीमोरुप और बड़ाबांबो-चक्रधरपुर स्टेशन के बीच मेगा ब्लॉक लेकर मानव रहित समपार फाटक (संख्या 157, 158, 169 व 170) पर लो हाइट सब-वे (एलएचएस) अंडरपास बनाने का काम पूरा किया गया. इस दौरान चारों समपार फाटक बंद रहा. मेगा ब्लॉक को लेकर कई ट्रेनें विलंब से चलीं, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई. अंडरपास बनाने में क्रेन, जेसीबी, डंपर, ट्रैक्टर आदि की मदद ली गयी. रेलवे के चीफ इंजीनियरों ने बताया कि करीब साढ़े छह घंटे का ट्रैफिक सह पावर मेगा ब्लॉक के दौरान चार एलएचएस बनाने का कार्य पूरा किया गया.

शनिवार दोपहर 1.40 बजे अप लाइन और दोपहर 1 बजे डाउन लाइन पर एलएचएस का काम शुरू किया गया, जिसे करीब 7 बजे पूरा कर लिया गया. साथ ही चक्रधरपुर रेल मंडल के हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग स्थित सीनी-महालीमोरुप व बड़ाबांबो-चक्रधरपुर स्टेशन के बीच चार समपार फाटकों को अंडरपास में तब्दील कर दिया गया. लो हाइट सब-वे (एलएचएस) अंडरपास का कार्य रेल संरक्षा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है. अंडरपास के बन जाने फाटक पर दुर्घटना से निजात मिलेगी. वहीं हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग में गाड़ियों की रफ्तार में तेजी आयेगी.

सीनी-सीकेपी रेल मार्ग के चार समपार फाटकों पर बना अंडरपास
सीनी-महालीमोरुप व बड़ाबांबो-चक्रधरपुर के बीच मेगा ब्लॉक लेकर मानव रहित फाटक संख्या-157, 158, 169 व 170) पर लो हाइट सब-वे बनाया गया
दोपहर 1.40 बजे अप लाइन एवं दोपहर 1 बजे डाउन लाइन पर एलएचएस का काम शुरू किया गया
शाम करीब 7 बजे पूरा कर लिया गया काम
देर से चली मुंबई की ट्रेनें, कुछ टर्मिनेट
चक्रधरपुर रेल मंडल में साढ़े छह घंटे के मे
गा ब्लॉक के दौरान हावड़ा से मुंबई जाने वाली अधिकांश ट्रेनें विलंब से चलीं. छह घंटे के इस ब्लॉक के कारण टाटा-गुवा पैसेंजर ट्रेन रद्द रही. वहीं अप हावड़ा टिटलागढ़ इस्पात एक्सप्रेस ट्रेन टाटानगर तक ही चली. टाटा में अप इस्पात को डाउन इस्पात बनाकर चलाया गया. जबकि डाउन टिटलागढ़-हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस ट्रेन चक्रधरपुर तक चली.
चक्रधरपुर में डाउन इस्पात को अप इस्पात बनाकर टिटलागढ़ तक भेजा गया. इससे इस्पात एक्सप्रेस ट्रेन चक्रधरपुर से टाटा के बीच नहीं चली. हावड़ा-बड़बिल जनशताब्दी, टाटा-एलेप्पी एक्सप्रेस को विलंब से रवाना किया गया. हावड़ा-मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस करीब एक घंटे, दुर्ग-राजेंद्रनगर दक्षिण-बिहार एक्सप्रेस करीब डेढ़ घंटे नियंत्रण कर चलायी गयी. इससे यह गाड़ियां अपने निर्धारित समय से विलंब चक्रधरपुर पहुंची.
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