आंगनबाड़ी में पढ़ने नहीं आये बच्चे बहू के आगमन पर नहीं हुआ जश्न

मनोज कुमार चाईबासा : चाईबासा के ग्वाला पट्टी और बरकंदाज टोली के दो गुटों में हुई भिड़ंत के बाद मंगलवार की सुबह से देर शाम तक ग्वाला पट्टी और बरकंदाज टोली में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ था. इस इलाके की तमाम गलियां सुनसान थीं. लोग अपने-अपने घरों की खिड़कियों से सड़कें झांक रहे थे. पानी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2017 9:30 AM
मनोज कुमार
चाईबासा : चाईबासा के ग्वाला पट्टी और बरकंदाज टोली के दो गुटों में हुई भिड़ंत के बाद मंगलवार की सुबह से देर शाम तक ग्वाला पट्टी और बरकंदाज टोली में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ था.
इस इलाके की तमाम गलियां सुनसान थीं. लोग अपने-अपने घरों की खिड़कियों से सड़कें झांक रहे थे. पानी भरने के लिए बच्चों को चापाकल पर भेजा गया. बड़े चापाकल से पानी भरने नहीं आये. हालांकि, शांति समिति की बैठक से पूर्व इलाके में लगे धारा 144 के कारण भी लोग की भीड़ नहीं देखी गयी. ग्वाला पट्टी, बरकंदाज टोली के एक-एक घर के पास पुलिस तैनात थी.
गैरेट चौक इलाके में थी थोड़ी ढ़ील, इकट्ठा होकर चल रहा था चर्चा का दौर: विवादित स्थल के तमाम इलाके पुलिस छावनी में तब्दील थे. ठीक गैरेट चौक पर पुलिस नजर नहीं आयी. पुलिस की गैर मौजूदगी के कारण यहां इकट्ठा होकर कई युवा चर्चा करने में मशगूल दिखे
ग्वाला पट्टी व विवादित स्थल पर अलर्ट मोड में थी पुलिस: ग्वाला पट्टी के पूरे इलाके व खासकर विवादित स्थल पर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर थी.इन दोनों क्षेत्रों के हर मोड़ पर रैप के जवान हर आने-जाने वाले लोगों पर नजर बनाये हुए थे. पुलिस गश्ती कर दो या तीन से अधिक लोगों को एक साथ इकट्ठा देखकर टोक रही थी.
पुलिस व आम लोग भाईचारा कायम करने पर कर रहे थे बात: जहां-जहां पुलिस ने अपना डेरा जमायाथा, वहां के लोगों से पुलिस की बात भी हो रही थी. कई स्थानों पर युवाओं और बुजुर्गों को शांति अमल करने की बात कहते हुए सुना गया.
दिन में भी जल रहा था वेपर लाइट, तोड़ा गया था स्वीच
जहां विवाद एकदम चरम सीमा पर उबल रहा था, ठीक वहां वेपर लाइट जल रहा था. विवाद गहराने के समय वेपर लाइट के स्वीच समेत तार को नोंचा गया. जिसके, कारण स्वीच उखड़ गया. मंगलवार को टूटे हुए स्वीच में सीधे तार को जोड़ा गया था. तार को सीधे जोड़े जाने के कारण वेपर लाइट में डायरेक्ट करंट जा रहा था, इस कारण दिन में ही वेपर लाइट जल रहा था.

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