पानी के लिए भटक रही गांव की दो हजार आबादी

गांव में दो कुआं व चार चापाकल भू-जलस्तर नीचे जाने से चापाकलों से नहीं निकलता पानी पानी के लिए परेशान करीब दो हजार ग्रामीण कुआं धसने से उत्पन्न हुई समस्या सोनुवा : प्रखंड के सोनुवा गांव में जल संकट दिनोदिन गहराता जा रहा है. करीब दो हजार की आवादी वाले इस गांव में दो कुआं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 15, 2017 4:42 AM

गांव में दो कुआं व चार चापाकल

भू-जलस्तर नीचे जाने से चापाकलों से नहीं निकलता पानी
पानी के लिए परेशान करीब दो हजार ग्रामीण
कुआं धसने से उत्पन्न हुई समस्या
सोनुवा : प्रखंड के सोनुवा गांव में जल संकट दिनोदिन गहराता जा रहा है. करीब दो हजार की आवादी वाले इस गांव में दो कुआं व चार चापाकल हैं, लेकिन सिर्फ एक कुआं व दो चापाकलों का पानी ही पीने योग्य है. पिछले दिनों गांव का एक कुुआं धंस गया. वहीं गरमी में भू-जलस्तर नीचे जाने से चापाकलें भी दमतोड़ने लगे हैं. इससे ग्रामीणों को पानी की परेशानी होने लगी है. ग्रामीणों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों की बैठक भी हुई, जिसमें समस्या के समाधान के लिए सोनापोस मुखिया जोशिला गागराई व पंसस सह बीस सूत्री अध्यक्ष बसंत प्रधान से गुहार लगायी.
पंचायत प्रतिनिधियों ने दिया आश्वासन
पेयजल संकट को दूर करने के लिए मुखिया जोशिला गागराई ने गांव में अतिरिक्त चापाकल लगायी जायेगी. वहीं पंसस सह बीस सूत्री कमेटी के अध्यक्ष बसंत प्रधान ने पीएचएडी से गांव में सोलर से संचालित जलमीनार बनवाने की मांग की है.

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