प्रतिनिधि, चाईबासाराज्य के 22 अंगीभूत कॉलेजों में संचालित बीएड पाठ्यक्रम व तीन सरकारी विश्वविद्यालय में संचालित एमएड पाठ्यक्रम में संविदा पर कार्यरत प्राध्यापकों को नियमित किया जायेगा. साथ ही उनके वेतन में भी एकरूपता लायी जाएगी. शनिवार को राज्य बीएड-एमएड प्राध्यापक संघ की मांगों को जमशेदपुर स्थित अपने आवास पर सुनने के बाद उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने आश्वासन देते हुए उक्त बातें कही. मंत्री रामदास सोरेन ने बीएड-एमएड संघ की मांगों और समस्याओं को गंभीरता से सुना. उन्होंने कहा कि 19 वर्षों से संविदा पर कार्यरत बीएड और एमएड के प्राध्यापकों की मांगें जायज हैं. प्रदेश में टीचर्स ट्रेनिग कोर्स की आधारभूत संरचना को विकसित करने, नियमित रूप से संचालित करने और स्कूली शिक्षा को मेधावी तथा स्थानीय शिक्षक उपलब्ध कराने में बीएड व एमएड के शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में सरकार आपके साथ है. संविदा पर कार्यरत सभी प्राध्यापक 65 वर्ष की सेवा के लिए स्थायी किए जायेंगे. मंत्री से मिलने वालों में डॉ मनोज कुमार, डॉ संजय भुइयां, डॉ विशेश्वर यादव आदि शामिल थे.
इन्होंने की मुलाकात
कोल्हान विश्वविद्यालय के एमएड विभाग, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के बीएड एमएड विभाग, द ग्रेजुएट स्कूल कॉलेज फॉर विमेन के बीएड विभाग, महिला कॉलेज चाईबासा के बीएड विभाग, बहरागोडा कॉलेज के बीएड विभाग एवं जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के बीएड विभाग के प्राध्यापकों ने मंत्री के आश्वासन के बाद उम्मीद के साथ लौटे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है