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हथियार छोड़ मुख्यधारा में लौटें नक्सली : डीजीपी

पांच नक्सलियों को ढेर करने वाले जवानों को डीजीपी ने किया सम्मानित. डीजीपी बोले- जिला पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि, राज्य के लिए गौरव की बात.

By Prabhat Khabar News Desk | June 18, 2024 11:33 PM

-2022 से अबतक 116 भाकपा माओवादी व 53 पीएलएफआइ नक्सली गिरफ्तार

प्रतिनिधि, चाईबासा

गुवा और जेटेया थाना के लिपुंगा में सोमवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने पांच नक्सलियों को ढेर कर दिया था. झारखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अजय कुमार सिंह व आइजी ऑपरेशन होमकर अमोल वीनुकांत ने पुलिस केंद्र चाईबासा में सुरक्षा बलों को सम्मानित किया गया.

इस मौके पर डीजीपी अजय कुमार सिंह ने कहा कि जिला पुलिस के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचाते हुए पांच को ढेर कर दिया और दो नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया है. पश्चिम सिंहभूम जिला सबसे बड़ा नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. इस तरह की उपलब्धि राज्य के लिए गौरव की बात है. इसके लिए पूरी टीम बधाई का पात्र है. उन्होंने कहा कि अर्द्धसैनिक बलों ने नक्सली जोनल कमेटी सदस्य कांडे होनहागा समेत पांच नक्सलियों को मार गिराया गया है. साथ ही भारी मात्रा में हथियार बरामद किया है. इससे आसपास गांव वालों को राहत मिली है. नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा कि नक्सली हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौट जायें. उन्होंने कहा कि कोल्हान क्षेत्र में कुछ साल से भाकपा माओवादी संगठन के इस्टर्न रिजनल ब्यूरो का संचालन केंद्रीय समिति के सदस्य मिसिर बेसरा, पतिराम माझी उर्फ अनल एवं असीम मंडल के नेतृत्व में किया जा रहा है. इनके द्वारा क्षेत्र में अनेक विध्वंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया है. नक्सलियों के विरुद्ध सर्च अभियान जारी रहेगा.

वर्ष 2022 से लगातार सर्च अभियान जारी

डीजीपी ने कहा कि चाईबासा पुलिस, कोबरा 209 बटालियन, 203 बटालियन, 205 बटालियन, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ 60 बटालियन, 197 बटालियन, 157 बटालियन, 174 बटालियन, 134 बटालियन, 193 बटालियन, 7 बटालियन, 26 बटालियन, 190 बटालियन व 11 बटालियन द्वारा वर्ष 2022 से लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है. वर्तमान में मुख्य टीम सारंडा क्षेत्र में कैंप कर रही है.

सारंडा क्षेत्र में अबतक 17 कैंप बनाये गये

डीजीपी ने कहा कि कोल्हान के सारंंडा क्षेत्र में 2022 से अबतक 17 कैंपों का निर्माण किया गया है. इसमें 13 स्थायी और चार अस्थायी कैंप हैं. 2024 में सारंडा के ग्राम तिरिलपोसी, बलिबा एवं सरजोमबुरु में जनवरी 2024 में कैंप स्थापित किया गया है. उन्होंने कहा कि 10 अक्तूबर 2023 से अबतक कोल्हान के चार हाथीबुरू, आराहासा, लिसिया एवं तुंबाहाका में अभियान चलाया गया. ग्राम सरजोमबुरू, पाटातारोब, तुंबाहाका, मारादिरी, चिरियाबेड़ा, हाथीबुरू, लंपसाडीह, बामेयाबुरू, हुसिपी, बाइहातु, टंत्राबुरू, बाइपाइससांग, बोरोय, संसागसाल, लुइया, गौबुरू, टेंसरा, कोरजोड़ा, जगदा, बरूतोवा, रेंगड़ाहातु, सुइअंबा, संगाजट्टा में भी वृहद अभियान चलाया जा रहा है.

वर्ष 2022 से अबतक 169 नक्सली गिरफ्तार

डीजीपी ने कहा कि जिले में नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी), पीएलएफआइ के विरुद्ध वर्ष 2022 से अबतक 5972 अभियान संचालित किया गया है. इस अभियान में 2022 से अबतक 116 भाकपा माओवादी और 53 पीएलएफआई नक्सलियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. मुठभेड़ के दौरान छह नक्सलियों को मारा गया है. साथ ही 53 हथियार, 409 एलइडी, 167 स्पाइक हॉल, 34 नक्सल कैंप व बंकर को बरामद कर ध्वस्त किया गया है.

सरकार की आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति सुलभ

डीजीपी ने कहा कि झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति को आकर्षक और सुलभ बनाया गया है. इससे प्रभावित होकर 2022 से अबतक 26 प्रतिबंधित नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. डीजीपी ने कहा कि वर्तमान में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) दस्ता का मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों में भ्रमणशील होने की सूचना मिली है. इसमें 50-60 की संख्या में जराइकेला थाना के सांरडा वनक्षेत्र के ग्राम बाबुडेरा, समठा, चदरीडेरा, दिकुटोला के समीप जंगल में शरण लिए है. सामुदायिक पुलिसिंग के तहत स्थानीय लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

ये थे उपस्थित

सम्मान समारोह में सीआरपीएफ के डीआइजी एसके लिंडा, जोनल आइजी अखिलेश झा, एडीजी ऑपरेशन संजय ए लाठकर, झारखंड जगुआर डीआइजी इंद्रजीत महथा, 209 बटालियन के कमांडेंट दीपक भट्टी, डीजीपी रांची के अजय कुमार सिंह समेत सीआरपीएफ के वरीय अधिकारी उपस्थित थे. मंच सार्जेंट मेजर मंसू गोप तथा अध्यक्षीय भाषण चाईबासा के एसपी आशुतोष शेखर ने किया. इस मौके पर अभियान दल के पुलिस जवान व सीआरपीएफ के जवान उपस्थित थे.

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