सदर अस्पताल के एकाउंट मैनेजर से दुर्व्यवहार का मामला, एनएचएम अभियान निदेशक ने कार्रवाई के लिए डीसी को लिखा पत्र
Jharkhand news, Chaibasa news : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चाईबासा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के तहत अनुबंध पर कार्यरत जिला लेखा प्रबंधक (District Account manager) एवं अस्पताल प्रबंधक (Hospital manager) के बीच जुलाई माह के वेतन में 10 फीसदी टीडीएस कटौती को लेकर शुरू हुए विवाद का मामला अब स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, रांची जा पहुंचा है.
Jharkhand news, Chaibasa news : चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम) : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चाईबासा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के तहत अनुबंध पर कार्यरत जिला लेखा प्रबंधक (District Account manager) एवं अस्पताल प्रबंधक (Hospital manager) के बीच जुलाई माह के वेतन में 10 फीसदी टीडीएस कटौती को लेकर शुरू हुए विवाद का मामला अब स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, रांची जा पहुंचा है.
दरअसल, जिला लेखा प्रबंधक (District Account manager) ने मामले की उच्च स्तरीय कार्रवाई को लेकर विभाग को पत्र लिखा है. इसके बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के अभियान निदेशक (Abhiyan director) ने पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) जिले के उपायुक्त सह जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष अरवा राजकमल को पत्र भेजते हुए अस्पताल प्रबंधक (Hospital manager) सुबोदीप चंद्रा के खिलाफ प्राप्त शिकायत के आलोक में जांच कर नियमानुसार कार्रवाई के लिए विभाग को सूचित करने का निर्देश दिया है.
अभियान निदेशक की ओर से कार्रवाई को लेकर पत्र की प्रतिलिपि जिले के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ ओमप्रकाश गुप्ता के साथ ही विभाग के प्रधान सचिव, निदेशक प्रमुख के अलावा एनएचएम के वित्त निदेशक को भी प्रेषित की गयी है.
क्या है पूरा मामला
चाईबासा सदर अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर सुबोदीप चंद्रा पर विगत 6 अगस्त की देर रात अपने मोबाइल से फोन कर जिला लेखा प्रबंधक सुजीत कुमार चौधरी को उनके घर में घुस कर जान से मारने की धमकी देने का आरोप है. इस दौरान सुबोदीप चंद्रा एवं उनके एक साथी ने सुजीत कुमार चौधरी को अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए भद्दी-भद्दी गालियां भी दी थी. इसके बाद जिला लेखा प्रबंधक ने मामले की शिकायत जिले के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ ओमप्रकाश गुप्ता से लिखित रूप से की थी. इसके साथ ही शिकायकर्ता सुजीत कुमार चौधरी ने अपने साथ फोन पर हुए दुर्व्यवहार की पूरी कॉल रिकॉर्डिंग भी सिविल सर्जन को उपलब्ध करायी थी.
इस शिकायत के बाद भी सिविल सर्जन द्वारा कार्रवाई करने की जगह उल्टे शिकायत को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगा. इसके बाद शिकायतकर्ता ने विभाग को पूरे मामले की जानकारी से अवगत कराया है. वहीं, विभाग की ओर से अभियान निदेशक ने सीधे डीसी को पत्र भेज कर कार्रवाई का निर्देश दिया है.
Posted By : Samir Ranjan.