मौसम का बदला मिजाज,सर्दी-खांसी व बुखार के मरीजे बढ़े

चाईबासा में रविवार को छिटपुट बारिश व मझगांव में 20 मिनट की झमाझम बारिश हुई. जिससे गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली.वहीं, मौसम में अचानक परिवर्तन से सर्दी-खांसी व बुखार के मरीजे बढ़े गये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | April 28, 2024 11:38 PM
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चाईबासा.

पिछले कुछ दिनों से मौसम का मिजाज रह-रहकर बदल रहा है. जिसका असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार, रविवार को मौसम का मिजाज दिन में बदलता रहा. इस दौरान कुछ इलाके में सुबह जहां कुछ मिनटों तक हल्की बूंदाबांदी बारिश हुई. तो वहीं दोपहर में तेज धूप खिली, फिर शाम को बादल छाये रहे. मौसम के इस तरह बदलते मिजाज को मौसम के जानकार ग्लोबल वार्मिंग से जोड़कर देख रहे हैं. इस दौरान चाईबासा में अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम को लेकर लोगों ने बताया कि सुबह बारिश से पहले कुछ देर के लिए गर्मी दूर हो गयी. फिर तेज धूप का एहसास हुआ. इसके बाद मौसम का मिजाज लगातार बदलता रहा. अप्रैल माह में तेज धूप और उमस से परेशानी बढ़ गयी है. ऐसे मौसम में सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायतें बढ़ी हैं.

भीषण गर्मी से पशु-पक्षी भी बेहाल:

मालूम हो कि रविवार सुबह बूंदाबांदी बारिश हुई तो दोपहर उमस गर्मी से परेशान बढ़ी रही. उसके बाद दिन के करीब तीन बजे से मौसम परिवर्तन हुआ और आसमान में काले बादल छाये रहे. इससे राहत मिली. ज्ञात हो कि पिछले दिनों इलाके में तापमान अधिकतम 44 डिग्री तक पहुंच गया था. जिससे कई लोग लू की चपेट में आ गये थे. भीषण गर्मी से इंसान ही नहीं, पशु-पक्षियां भी बेहाल हैं. पशुओं को घास चरने में दिक्कत हो रही है.

मझगांव में 20 मिनट तक झमाझम बारिश:

मझगांव प्रखंड क्षेत्र में अचानक हुई बारिश से मौसम सुहाना हो गया. इससे चिलचिलाती गर्मी से लोगों को राहत मिली. जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर लगभग 2:30 बजे अचानक मौसम ने करवट ली और 15 से 20 मिनट तक जमकर बारिश हुई. अचानक हुई बारिश से लोगों को काफी राहत मिली है. मालूम हो कि दोपहर 1:00 बजे तक मझगांव क्षेत्र का तापमान 42 डिग्री तक था. लेकिन बारिश होने से मौसम खुशनुमा हो गया. धूप की तपिश इतनी थी कि लोग 11:00 के बाद लोग सड़क पर दिखाई नहीं दे रहे थे. गौरतलब हो कि बारिश नहीं होने से अप्रैल माह की चिलचिलाती गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया था. कई माह से बारिश का पानी नहीं होने के कारण नदी तालाब सब सूख गये हैं. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित इंसान व जानवरों हैं.

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