चाईबासा. पश्चिमी सिंहभूम जिले के विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा देने के लिए मिले 180 कंप्यूटर शिक्षक की कमी से बेकार पड़े हुए हैं. कोल्हान विश्वविद्यालय के तीन डिग्री कॉलेजों (जगन्नाथपुर, मनोहरपुर व मझगांव) में राज्य सरकार ने वर्ष 2022 में 180 कंप्यूटर सेट दिये थे. कंप्यूटर टेबल व कुर्सियों की व्यवस्था करायी थी. शिक्षक नहीं होने के कारण कॉलेजों में रखे करोड़ों के कंप्यूटर धूल फांक रहे हैं. तीनों कॉलेजों में एक-एक कंप्यूटर उपयोग में आ रहा है. शेष 177 कंप्यूटर जस के तस रखे हुए हैं. अबतक डिब्बा भी नहीं खुला है. इसे खोलने की इजाजत नहीं है. तीनों डिग्री कॉलेज में साइंस की पढ़ाई भी नहीं होती है.
आउटसोर्स पर रखे गये कंप्यूटर ऑपरेटरों को लंबे समय से नहीं मिला वेतन
झारखंड सरकार की योजना थी कि जिला के डिग्री कॉलेजों में पढ़ने वाले सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को कंप्यूटर की शिक्षा दी जा सके. कॉलेजों में बीसीए की पढ़ाई में इसकी उपयोगिता हो सके. कॉलेजों में एक-एक कंप्यूटर लैब, बने ताकि विद्यार्थियों को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराया जा सके. तीनों में किसी डिग्री कॉलेज में कंप्यूटर शिक्षक उपलब्ध नहीं कराया गया. कॉलेजों में कार्यरत आउटसोर्स कंप्यूटर ऑपरेटर लंबे समय से वेतन नहीं मिलने की वजह से कॉलेज आने में कतराने लगे हैं.
राजभवन को भी दी गयी जानकारी
डिग्री कॉलेज में पड़े कंप्यूटर के उपयोग नहीं होने की जानकारी राजभवन को दी गयी है. डिग्री कॉलेज मनोहरपुर में कंप्यूटरों को टेबुल पर रखा गया है. इसके लिए केबल व कोड आदि लगाये गये है. उसके बाद स्थिति जस की तस बनी हुई है. यही हाल कमोबेश जगन्नाथपुर डिग्री कॉलेज व मझगांव डिग्री कॉलेज की भी है.
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