Coronavirus in Jharkhand : चाईबासा (अभिषेक पीयूष) : पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) में कोरोना संकट से निपटने के मामलों में शहरी क्षेत्र की तुलना में ग्रामीण ज्यादा होशियार साबित हो रहे हैं. दरअसल, जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी कोरोना से स्थिति सामान्य है. इतना ही नहीं, जिले के शहरी क्षेत्र के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना से मौत भी काफी कम हुई है. ऐसे में देखा जाए तो, जिले में महामारी इस वक्त ग्रामीणों ने अपनी सूझबूझ का बखूबी परिचय दिया है. जबकि, जिले के चाईबासा एवं चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में रोजाना दर्जनों नये मरीज सामने आ रहे हैं, जो कि जिलेवासियों के लिए चिंता का विषय है.
पश्चिमी सिंहभूम जिले में कोरोन संक्रमण के अबतक कुल 1,606 मरीज सामने आ चुके हैं. इसमें कुल 1021 कोरोना पॉजिटिव मरीज जिले के चाईबासा एवं चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र से है. इसमें चाईबासा में 647 एवं चक्रधरपुर में 374 पॉजिटिव मरीज मिले है. यानी जिले के शहरी क्षेत्रों से अबतक कुल 63.5 फीसदी मरीज, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों से 36 फीसदी मरीज ही मिले हैं. वहीं, जिले में अबतक कोरोना से ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना शहरी क्षेत्र में 83.3 फीसदी हुई मौत हुई है.
जिले में ग्रामीण इलाकों के जिस- जिस प्रखंडों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. उक्त प्रखंड के संक्रमितों में अधिकांश व्यक्ति सुरक्षा बल (पुलिस- सीआरपीएफ) के साथ- साथ माइनिंग कर्मी पॉजिटिव मिले हैं. दरअसल, जिले में अबतक सबसे कम कुमारडुंगी प्रखंड में मात्र 4 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसके बाद जिले के तांतनगर प्रखंड में 8 संक्रमित मरीज मिले हैं. वहीं, टोंटो प्रखंड में 17, खूंटपानी में 23, मझगांव में 24, मंझारी में 36, झींकपानी में 39, बंदगांव में 40, सोनुवा में 40, गोइलकेरा में 50, जगन्नाथपुर में 79 और मनोहरपुर प्रखंड में 99, जबकि बड़ाजामदा में 126 मरीज मिले हैं. इसमें बड़ाजामदा के संक्रमितों में अधिकांश माइनिंग कर्मी पॉजिटिव हैं, जबकि मनोहरपुर, बंदगांव, सोनुवा, गोइलकेरा एवं जगन्नाथपुर के संक्रमितों में अधिक संख्या में सुरक्षा बल के जवान पॉजिटिव मिले हैं.
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जिले के चाईबासा एवं चक्रधरपुर स्थित शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने का मुख्य कारण शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की लापरवाही के साथ- साथ संसाधनों की कमी को माना जा रहा है. विशेषज्ञों की मानें, तो कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग शुरुआत से ही अलर्ट मोड़ पर थे. ग्रामीणों द्वारा लॉकडाउन की घोषणा के साथ अपने-अपने गांवों के प्रवेश द्वार पर बांस-बल्ली लगा कर बैरिकेडिंग कर दी गयी थी. इसके बाद से बाहर से आनेवालों को गांवों में प्रवेश वर्जित कर दिया गया था. इतना ही नहीं, दूसरे राज्यों से आने वाले ग्रामीण युवक- युवतियों को भी कोरेंटिन का समय पूरा होने तक गांवों में प्रवेश करने नहीं दिया गया. गांवों में प्रवेश करने पर भी कईयों को पंचायत भवन समेत स्कूल भवनों में ग्रामीणों द्वारा कोरेंटिन में रखा गया, लेकिन यही काम जिले के शहरी क्षेत्रों में नहीं हुआ. शहरी क्षेत्रों में कोई चोरी-चुपके तो कोई खुलेआम बाहरी राज्यों से आते रहे. जिसके चलते अब स्थिति बेकाबू हो गयी है.
प्रखंड – कुल संक्रमित – मौत
बंदगांव – 40 -00
बड़ाजामदा -126 – 02
चक्रधरपुर – 374 – 03
गोइलकेरा – 50 – 00
जगन्नाथपुर – 79 – 00
झींकपानी – 39 – 00
खूंटपानी – 23 – 00
कुमारडुंगी – 04 – 00
मझगांव – 24 -00
मंझारी – 36 – 00
मनोहरपुर – 99 – 00
चाईबासा – 647 – 07
सोनुवा – 40 – 00
तांतनगर – 08 – 00
टोंटो – 17 – 00
Posted By : Samir Ranjan.